विधि पाठ्यक्रम में अंक की जगह अब ग्रेडिंग सिस्टम, मौजूदा सत्र में लागू होगी नई व्यवस्था
प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों के विधि पाठ्यक्रम की मूल्यांकन प्रक्रिया में एक अहम बदलाव किया गया है। अब बीएएलएलबी और एलएलबी छात्रों के रिजल्ट में अंक के स्थान पर...
प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों के विधि पाठ्यक्रम की मूल्यांकन प्रक्रिया में एक अहम बदलाव किया गया है। अब बीएएलएलबी और एलएलबी छात्रों के रिजल्ट में अंक के स्थान पर क्रेडिट और ग्रेडिंग दर्ज होगा। यह बदलाव शैक्षिक सत्र 2021-22 में लागू होगा। पूर्व के सत्रों के छात्रों पर यह लागू नहीं होगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी संबद्ध महाविद्यालयों को इस आशय का पत्र जारी कर दिया है।
पीआरएसयू से मंडल (प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, फतेहपुर) के 652 कॉलेज संबद्ध हैं। इसमें विधि पाठ्यक्रम के तकरीबन 12 हजार छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि भारतीय विधिक परिषद (बीसीआई) और नई शिक्षा नीति के आलोक में वर्तमान परीक्षा प्रणाली को क्रेडिट एवं ग्रेडिंग प्रणाली में परिवर्तित किया गया है एवं उनको नियमानुसार प्रभावी किया गया है। मौजूदा शैक्षिक सत्र में प्रवेश लेने वाले विधि छात्रों को क्रेडिट और ग्रेडिंग की नई व्यवस्था के अनुरूप रिजल्ट जारी किए जाएंगे।
एक पेपर में होंगे नौ प्रश्न
विधि पाठ्यक्रम में एक पेपर में कुल नौ प्रश्न पूछे जाएंगे। तीन प्रश्न अतिलघु उत्तरीय, चार प्रश्न लघु उत्तरीय, दो दीर्घ उत्तरीय सवाल होंगे। सभी प्रश्नों को तीन घंटे में हल करना होगा। सभी प्रश्नों को अधिकतम 2000 शब्दों में लिखना होगा।
अंक के होंगे सभी प्रश्नपत्र, अंकों को ग्रेडिंग में परिवर्तित किया जाएगा
एलएलबी और बीएएलएलबी पाठक्रमों की परीक्षाएं पूर्व की भांति सेमेस्टर प्रणाली से ही होंगी। सभी प्रश्नपत्र 100 अंक होंगे। जिनको क्रेडिट और ग्रेडिंग प्रणाली के आधार पर परिवर्तित किया जाएगा। हरेक सेमेस्टर में एक प्रश्नपत्र में 75 अंकों का वाह्य और 25 अंक की आंतरिक परीक्षा होगी।
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