Hindi Newsकरियर न्यूज़Government servants will be able to sit for 5 times in competitive examinations of BPSC and BTSC

BPSC & BTSC की प्रतियोगी परीक्षाओं में 5 बार बैठ सकेंगे सरकारी सेवक

BPSC & BTSC Recruitment Exam Age Limit : राज्य सरकार के सेवक अपनी पूरी सेवा अवधि में बिहार लोक सेवा आयोग, बिहार कर्मचारी चयन आयोग और तकनीकी सेवा आयोग द्वारा आयोजित प्रतियोगिता परीक्षाओं में अब अधिकतम

Alakha Ram Singh हिन्दुस्तान ब्यूरो, पटनाMon, 12 Dec 2022 10:27 PM
share Share

BPSC & BTSC Recruitment Exam Age Limit : राज्य सरकार के सेवक अपनी पूरी सेवा अवधि में बिहार लोक सेवा आयोग, बिहार कर्मचारी चयन आयोग और तकनीकी सेवा आयोग द्वारा आयोजित प्रतियोगिता परीक्षाओं में अब अधिकतम पांच बार तक भाग ले सकेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में इसकी स्वीकृति दी गई। मालूम हो कि पहले अधिकतम तीन बार तक प्रतियोगिता परीक्षा में बैठने का प्रावधान था, जिसे बढ़ा दिया गया है। इसी प्रकार बिहार सरकार के सेवकों को प्रतियोगिता परीक्षाओं में भाग लेने के लिए नियमित नियुक्ति के लिए निर्धारित अधिकतम आयु सीमा में पांच वर्ष तक छूट पहले की भांति मिलती रहेगी।

अभियंत्रण महाविद्यालयों में 27 पद स्वीकृत
राज्य के विभिन्न अभियंत्रण महाविद्यालयों में 27 शैक्षणिक पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई। कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के लिए भागलपुर में पांच तथा गया और दरभंगा अभियंत्रण महाविद्यालय में दो-दो पद होंगे। साथ ही फायर टेक्नोलॉजी एंड सेफ्टी पाठ्यक्रम के दरभंगा में 12 और बख्तिायरपुर अभियंत्रण कॉलेज में छह पदों का सृजन होगा।

पीएमसीएच परिसर में ग्रिड उपकेंद्र स्थापित होगा
पटना चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (पीएमसीएच) परिसर में 132/33 केवी का ग्रीन जीआईएस ग्रिड उपकेंद्र स्थापित होगा। इसके लिए कैबिनेट ने 255 करोड़ 89 लाख की स्वीकृति दी है। इससे पीएमसीएच के पुनर्विकसित होने के बाद लगभग 35 मेगावाट बिजली खपत होगी। इस ग्रिड उपकेंद्र से कम पानी, ऊर्जा की खपत तथा कचरे का उचित निस्तारण होगा। मालूम हो कि पीएमसीएच का तीन चरणों में 250 एमबीबीएस नामांकन क्षमता और 5462 बेड वाले अस्पताल के रूप में विकसित किया जाना है। इसी प्रकार मस्कुलर डिस्ट्रॉफी एवं अन्य आनुवांशिक मस्कुलर डिस्ट्रॉफी रोग के इलाज के लिए 18 वर्ष और इससे अधिक उम्र के मरीजों की पहचान और चिकित्सा के लिए सभी चिकित्सा महाविद्यालय के शिशु रोग विभागाध्यक्ष/औषधि विभाग के विभागाध्यक्ष सक्षम प्राधिकार होंगे।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें