दिल्ली में राजकीय विद्यालय शिक्षक संघ ने की अतिथि शिक्षकों की सेवा बहाली मांग
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सरकारी स्कूलों में एक दशक से सेवा दे रहे अतिथि शिक्षकों की सेवा को फिलहाल शिक्षा निदेशालय ने स्थगित किया हुआ है। इस संबंध में राजकीय विद्यालय शिक्षक संघ ने उपराज्यपाल को...
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सरकारी स्कूलों में एक दशक से सेवा दे रहे अतिथि शिक्षकों की सेवा को फिलहाल शिक्षा निदेशालय ने स्थगित किया हुआ है। इस संबंध में राजकीय विद्यालय शिक्षक संघ ने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर अतिथि शिक्षकों की सेवा बहाली की मांग की है।
संघ के अध्यक्ष सीपी सिंह और पदाधिकारी कृष्ण कुमार फोगट ने उपराज्यपाल को लिखे पत्र में कहा है कि 19 अप्रैल को निदेशालय ने 21 हजार से अधिक अतिथि शिक्षकों की सेवाएं स्थगित कर दी थी। ऐसे में कई अतिथि शिक्षकों के सामने वित्तीय संकट आ खड़ा हुआ है। वहीं इस समय उनके पास परिवार की रोजी-रोटी चलाने के लिए कोई दूसरा विकल्प भी नहीं हुआ है। दोनों पदाधिकारियों ने इन हालातों का हवाला देते हुए अतिथि शिक्षकों की सेवा बहाली या ऐसा ना होने पर उन्हें प्रतिमहीने 15 हजार रुपए का मानदेय देने की मांग भी की है।
साथ ही संघ ने कोरोना से जान गंवाने वाले अतिथि शिक्षकों के परिजानों के लिए मुआवजे की भी मांग की है। वहीं ऑल इंडिया गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी शोएब राणा के मुताबिक सेवा स्थगित होने से अतिथि शिक्षकों के सामने रोजी-रौटी का संकट आ खडृा हुआ है। यह वहीं अतिथि शिक्षक हैं, जिन्होंने एक दशक से दिल्ली की सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था से बेपटरी होने से बचायया हुआ है। ऐसे में जरूरी है कि इस विपरीत समय में अतिथि शिक्षकों को राहत देने के लिए कोई घोषणा की जाए।
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