अच्छी खबर: छात्रों को पढ़ाई के साथ स्वरोजगार से भी जोड़ा जाएगा
भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक कर रहे छात्रों को प्लेसमेंट के साथ-साथ स्वरोजगार (स्टार्टअप) की तरफ जाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस दिशा में छात्र भी दिलचस्पी दिखा रहा है। कंप्यूटर...
भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक कर रहे छात्रों को प्लेसमेंट के साथ-साथ स्वरोजगार (स्टार्टअप) की तरफ जाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस दिशा में छात्र भी दिलचस्पी दिखा रहा है। कंप्यूटर इंजीनियरिंग साइंस से लेकर अन्य विभाग के छात्रों को दो साल में बेहतर प्लेसमेंट भी मिलना शुरू हुआ, तो वहीं कई छात्र स्टार्टअप भी खोल रहे हैं। कॉलेज की प्राचार्य डॉ. पुष्पलता ने कहा कि मकसद सिर्फ छात्रों को पढ़ाना नहीं बल्कि स्वरोजगार के साथ उसे पांव पर खड़ा करना भी है। इसके लिए कॉलेज स्तर पर फंडिंग और अन्य सुविधाएं भी मुहैया कर रहा है। प्लेसमेंट की दिशा में भी कॉलेज बेहतर काम कर रहा है। कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग में 80-90 प्रतिशत छात्रों का प्लेसमेंट हो चुका है। इसी तरह अन्य विभागों में भी प्लेसमेंट के दर में बढ़ोतरी हुई है।
फर्स्ट सेमेस्टर से ही सॉफ्टवेयर और एप का प्रशिक्षण:
ऑफलाइन कक्षा के साथ हीं अब फर्स्ट सेमेस्टर के छात्रों को फरवरी माह में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कॉलेज की मदद से तैयार स्टार्टअप कंपनी विद्यायन एडवेंचर प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ सुरेश विद्यार्थी ने कहा कि बिहार पर अभी बड़ी कंपनियों की नजर नहीं है। इसलिए छात्र अगर खुद को स्टार्टअप के जरिए तैयार करें और बेहतर क्वालिटी वाली सर्विस दे तो कंपनी तेजी से ग्रोथ कर सकता है। उन्होंने कहा कि सभी कोचिंग संस्थान अपना एप, वेबसाइट और वीडियो बनाने पर काम कर रहा है। इसमें क्वालिटी की मांग अधिक है। अगर छात्र सिर्फ इन बिंदुओं पर काम शुरू करें तो अपने कंपनी को बड़ा बना सकते हैं। साथ ही रोजगार की संभावनाएं भी विकसित हो सकती है।
सॉफ्टवेयर और रोबोट पर हो रहा काम
बीईसी के छात्रों के द्वारा सॉफ्टवेयर और रोबोट की दिशा में काफी काम हो रहा है। इसके लिए विभाग के शिक्षक भी छात्रों को नयी तकनीक से अवगत करा रहे हैं। स्टार्टअप शुरू करने वाले छात्र निशांत कुमार ने कहा कि रोबोट के क्षेत्र में देशभर में मांग बढ़ रही है। इसलिए रोबोट आधारित मशीन के विकास को लेकर भी छात्रों को प्रशिक्षित किया जाएगा। फर्स्ट इयर से ही शुरू होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम का फायदा छात्रों को आगे के सेमेस्टर में मिलने लगता है। इस पर कई छात्रों के द्वारा प्रोजेक्ट भी तैयार कर कॉलेज व विभाग को भेजा है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।