NIOS ने पकड़े कई शिक्षकों के फर्जी D.El.Ed सर्टिफिकेट, अब जायेगी नौकरी
हबीबुर रहमान का स्टडी सेंटर 471010018 है। हबीबुर रहमान को 12वीं में 40 फीसदी अंक था। इसके बाद उन्होंने 50 फीसदी अंक का 12वीं का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाया। जब एनआईओएस के पास इसे जमा किया और उसकी जांच...
हबीबुर रहमान का स्टडी सेंटर 471010018 है। हबीबुर रहमान को 12वीं में 40 फीसदी अंक था। इसके बाद उन्होंने 50 फीसदी अंक का 12वीं का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाया। जब एनआईओएस के पास इसे जमा किया और उसकी जांच हुई तो पता चला कि यह बोर्ड ही फर्जी नहीं है। ऐसा करने वाले एक मात्र हबीबुर रहमान ही केवल शिक्षक नहीं हैं। बल्कि अभी तक दो सौ के लगभग ऐसे शिक्षक एनआईओएस के पकड़ में आ चुके है। अब इन शिक्षकों का डीएलएड प्रमाण पत्र को रद्द कर दिया जायेगा।
इन शिक्षकों ने एक ही बोर्ड उच्चतर माध्यमिक शिक्षा मंडल, नई दिल्ली से 12वीं का फर्जी प्रमाण पत्र बनवा कर जमा किया है। इतना ही नहीं इन शिक्षकों ने इस फर्जी बोर्ड का एफिडेविट भी बना कर एनआईओएस के पास जमा किया, जिससे बोर्ड की प्रमाणनिकता हो। अब इन शिक्षकों की सारी जानकारी क्षेत्रीय कार्यालय पटना से एनआईओएस दिल्ली भेजा जायेगा।
डीएलएड हो चुके उत्तीर्ण
ये सारे शिक्षक एनआईओएस के 2017-19 के डीएलएड कोर्स उत्तीर्ण भी हो चुके है। इससे पहले ये शिक्षक प्राइवेट स्कूल में पिछले दस साल से बतौर शिक्षक कार्यरत थे। इन शिक्षकों को 12वीं में 30 से 40 फीसदी अंक थे।
50 फीसदी अंक नहीं तो एनआईओएस से करना था 12वीं
एनआईओएस की मानें तो डीएलएड में शैक्षणिक योग्यता के तौर पर 12वीं मे 50 फीसदी अंक जरूरी था। अगर किसी शिक्षक को 50वीं अंक नहीं था तो उन्हें डीएलएड कोर्स के साथ 12वीं भी एनआईओएस से करनी थी और 50 फीसदी अंक प्राप्त करना था। इसके लिए नोटिफिकेशन निकाला गया था।
प्रो. सीबी शर्मा (अध्यक्ष, एनआईओएस) ने कहा- डीएलएड करने के लिए 12वीं में 50 फीसदी अंक होना अनिवार्य था। फर्जी बोर्ड से 12वीं के प्रमाण पत्र मान्य नहीं होंगे। ऐसे शिक्षको का डीएलएड प्रमाण पत्र रद्द कर दिये जायेंगे। इसके नियम पहले ही शिक्षको को बता दिये गये थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।