हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव - D.El.Ed : बिहार में deled फर्जी पंजीयन में पकड़े गए 578 शिक्षक
डीएलएड कोर्स ( D.El.Ed ) करने के लिए इंटर (प्लस टू) का फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर रजिस्ट्रेशन करवाया। डीएलएड की परीक्षा भी उत्तीर्ण कर गये। लेकिन अब जब शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच हुई तो ऐसे...
डीएलएड कोर्स ( D.El.Ed ) करने के लिए इंटर (प्लस टू) का फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर रजिस्ट्रेशन करवाया। डीएलएड की परीक्षा भी उत्तीर्ण कर गये। लेकिन अब जब शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच हुई तो ऐसे सैकड़ों शिक्षक पकड़ में आये हैं जिनके पास दो-दो प्लस टू के सर्टिफिकेट हैं। अब इन शिक्षकों के डीएलएड रिजल्ट को रोक दिया गया है।
एनआईओएस की मानें तो प्रदेश भर में पांच हजार से अधिक शिक्षक इंटर के फर्जी सर्टिफिकेट पर डीलएलएड में रजिस्ट्रेशन करवाये थे। अब तक इनमें 578 शिक्षक पकड़ में आये हैं। बाकी के सर्टिफिकेट की जांच चल रही है। फर्जी सर्टिफिकेट लेने वाले शिक्षकों का सर्टिफिकेट रद्द हो, इसके लिए अब एनआईओएस सभी बोर्ड को पत्र लिखेगा। इसमें कोलकाता राज्य बोर्ड,यूपी राज्य बोर्ड, बिहार बोर्ड, झारखंड बोर्ड, मेरठ आदि शामिल हैं। एनआईओएस की मानें तो जिन शिक्षकों को प्लस टू में 50 फीसदी अंक नही थे, उन्हें एनआईओएस से डीएलएड कोर्स के साथ प्लस टू भी करनी थी। लेकिन शिक्षकों ने ऐसा नहीं किया। इनमें सामान्य वर्ग के शिक्षकों के लिए 50 फीसदी और एससी, एसटी, ओबीसी वर्ग के शिक्षकों को इंटर में 45 फीसदी अंक होना अनिवार्य है।
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केस-1
राजीव कुमार (बदला हुआ नाम) ने 1998 में झारखंड बोर्ड से प्लस टू किया। शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। डीएलएड कोर्स के लिए उन्हें प्लस टू में 50 फीसदी अंक चाहिए था। अब राजीव कुमार ने 2009 में बिहार बोर्ड से प्लस टू करके डीएलएड के लिए रजिस्ट्रेशन किया।
केस-2
शिक्षिका सोनी कुमारी (बदला हुआ नाम) ने कोलकाता बोर्ड से 2012 में प्लस टू किया। प्लस टू में 45 फीसदी अंक था। डीएलएड में रजिस्ट्रेशन करने के लिए प्लस टू में 50 फीसदी अंक चाहिए था। इसके बाद सोनी कुमारी ने 2018 में बिहार बोर्ड से प्लस टू किया है।
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एनआईओएस ने एक मौका और दिया
एनआईओएस ने दो-दो प्लस टू का सर्टिफिकेट रखने वाले ऐसे शिक्षकों को एक और मौका दिया है। एनआईओएस का कहना है कि जब तक ये शिक्षक एनआईओएस से प्लस टू क्लियर नहीं करेंगे। तब तक इन्हें डीएलएड का रिजल्ट नहीं मिलेगा। जिन शिक्षकों को डीएलएड का रिजल्ट चाहिए उन्हें प्लस टू एनआईओएस से करना ही होगा।
चुन्नू प्रसाद (उप क्षेत्रीय निदेशक, एनआईओएस) ने कहा- रिजल्ट के दौरान कई शिक्षकों का रिजल्ट नॉट क्लियर करके रोका गया था। शिक्षकों का आवेदन लेने के बाद अब जब जांच हो रही है तो इनके प्लस टू के दुबारा सर्टिफिकेट लेने की बात सामने आ रही है। इन शिक्षकों ने गलत तरीके से प्लस टू का सर्टिफकेट लिया है। ऐसे में इनको रिजल्ट नहीं दिया जायेगा।
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