सीयूईटी यूजी रिजल्ट: छात्रों ने रिजल्ट जल्दी जारी करने की मांग, सीयूईटी रिजल्ट के इंतजार से छात्र परेशान
CUET UG Result:कंबाइन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) का रिजल्ट अब तक नहीं आया है। जबकि जुलाई से नया सत्र शुरू हो जाना चाहिए था। रिजल्ट का इंतजार कर रहे छात्र दाखिले के लिए चिंतित हैं। छात्रों ने
कंबाइन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) का रिजल्ट अब तक नहीं आया है। जबकि जुलाई से नया सत्र शुरू हो जाना चाहिए था। रिजल्ट का इंतजार कर रहे छात्र दाखिले के लिए चिंतित हैं। छात्रों ने जल्द रिजल्ट जारी करने की मांग की है।
जिले के सबसे बड़े डिग्री कॉलेज डीएवी, डीबीएस,एमकेपी और एसजीआरआर में सीयूईटी के जरिए दाखिले होने हैं। इसके लिए छात्रों ने सीयूईटी की परीक्षा भी मई में दी थी। लेकिन जुलाई खत्म होने को है और रिजल्ट अभी आने की उम्मीद भी नहीं है। ऐसे में दाखिले का इंतजार कर रहे छात्र बेहद परेशान हैं।
केवल सीयूईटी ही दाखिले का विकल्प: सीयूईटी के चलते ज्यादातर छात्रों ने राज्य सरकार के समर्थ पोर्टल पर भी रजिस्ट्रेशन नहीं कराया। जिस कारण उनके पास दाखिले का केवल एक ही विकल्प बचा है। कारण, राज्य विवि के कॉलेजों में दाखिला केवल समर्थ पोर्टल के जरिए ही मिल रहा है। ऐसे में ये छात्र केवल गढ़वाल विवि के कुछ ही कॉलेजों में दाखिला ले सकते हैं, वो भी रिजल्ट के बाद। प्राइवेट विवि में उन्हें दाखिला मिल सकता है, लेकिन इसके लिए अधिक फीस देनी होगी। जो आर्थिक तौर पर कमजोर पृष्ठभूमि वाले छात्रों के लिए संभव नहीं है।
सीयूईटी के बाद समर्थ में भी करना होगा रजिस्ट्रेशन:डीएवी पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसके सिंह के अनुसार अभी सीयूईटी का रिजल्ट नहीं आया है। जब भी रिजल्ट आएगा उसके बाद छात्रों को समर्थ पोर्टल पर भी रजिस्ट्रेशन कराना होगा। उसी के जरिए छात्रों को वरीयता के आधार पर कॉलेज में दाखिले का अवसर मिलेगा। रिजल्ट आने के बाद करीब एक सप्ताह या दस दिन का समय रजिस्ट्रेशन में लगेगा। ऐसे में सत्र सितंबर से पहले शुरू होना मुश्किल है। जिससे छात्रों की पढ़ाई का नुकसान होगा
सीयूईटी रिजल्ट के इंतजार से छात्र परेशान
मैंने सीयूईटी परीक्षा दी है। रिजल्ट का इंतजार है। इससे तो अच्छा होता कि समर्थ में रजिस्ट्रेशन करवा लेता। अब तक दाखिला लेकर पढ़ाई भी शुरू हो जाती। समझ नहीं आ रहा कि अब दाखिला होगा भी या नहीं। -रोहित, छात्र
सीयूईटी परीक्षा के औचित्य पर सवाल
सेल्फ फाइनेंस इंस्टीट्यूट्स आफ उत्तराखंड के अध्यक्ष और शिक्षाविद डॉ. सुनील अग्रवाल की मानें तो सरकार को सीयूईटी करवानी ही नहीं चाहिए थी। कारण जितने भी कॉलेज हैं उनमें जितनी सीटें हैं उससे कम ही छात्र सीयूईटी में शामिल होते हैं। ऐसे में उसका कोई औचित्य नहीं है। डॉ. अग्रवाल का कहना है कि जब सीयूईटी में शून्य नंबर वाले को भी दाखिला मिलना है तो उस परीक्षा का क्या औचित्य।
रिजल्ट का इंतजार है। रिजल्ट आएगा तो उसके बाद ही पता चलेगा कि आगे क्या करना है। अगर किसी अच्छे कॉलेज में दाखिला मिला तो ठीक नहीं तो प्राइवेट में ही कुछ देखना पड़ेगा। सरकार को बच्चों के भविष्य को लेकर गंभीरता से सोचना चाहिए।
-रिया, छात्रा
सीयूईटी का रिजल्ट भी नीट और नेट की तरह ही आएगा। हमें अब इस पर भरोसा नहीं है। सीयूईटी के चक्कर में अब तक घर में बैठे हैं। अब तक सत्र शुरू हो जाना चाहिए था। कई साथी जो दूसरे कॉलेजों या विवि में गए हैं उनकी पढ़ाई शुरू हो चुकी है।
-अकांक्षा, छात्रा
रिजल्ट आने की अभी उम्मीद नहीं है। समर्थ में रजिस्ट्रेशन कराया होता तो अब तक दाखिला मिल चुका होता। अब इंतजार कर रहे हैं। रिजल्ट आने तक तो प्राइवेट में भी दाखिले का समय निकल जाएगा। काफी परेशान हूं। -दिवाकर, छात्र
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