CTET : सीटीईटी के फर्जी सर्टिफिकेट पर मेरिट सूची में शामिल हुए अभ्यर्थी
फर्जी प्रमाणपत्र बनाकर शिक्षक नियोजन में शामिल होने का मामला अभी तक टीईटी और एसटीईटी में ही अधिक मिलता था। लेकिन, अब यह सीटीईटी में भी दिखने लगा है। प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक नियोजन के लिए मेधा...
फर्जी प्रमाणपत्र बनाकर शिक्षक नियोजन में शामिल होने का मामला अभी तक टीईटी और एसटीईटी में ही अधिक मिलता था। लेकिन, अब यह सीटीईटी में भी दिखने लगा है। प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक नियोजन के लिए मेधा सूची जारी की जा रही है। कई जिलों में अभी औपबंधिक तो कई जिलों में अंतिम मेधा सूची जारी की गई है। जब अभ्यर्थियों के सीटीईटी प्रमाण पत्रों की जांच की गई तो कई अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र जाली निकले। अभ्यर्थियों ने जो रौल नंबर दिया था, उसमें किसी दूसरे छात्र का नाम और पता है। वहीं, कई अभ्यर्थियों के सीटीईटी प्रमाण पत्र का रौल नंबर इनवैलिड बताया गया था। प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक बहाली 2019-20 के लिए नियोजन किया जाना है। इसके लिए टीईटी, एसटीईटी और सीटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी को नियोजन में शामिल होने का मौका दिया गया है। नियोजन के लिए आवेदन लेने की तिथि जुलाई 2019 में शुरू की गई। अब जब प्राथमिक शिक्षा निदेशक के निर्देश के बाद औपबंधिक और अंतिम मेधा सूची जारी हो रही है तो फर्जी प्रमाण पत्र वाले अभ्यर्थी पकड़ में आ रहे हैं।
सीटीईटी में शामिल हुए बिना उत्तीर्ण का बनवाया प्रमाण पत्र : जमुई के एक नियोजन इकाई की औपबंधिक मेधा सूची में एक अभ्यर्थी का सीटीईटी रौल नंबर 116005853 है। जब इस रौल नंबर को सीबीएसई वेबसाइट पर जांचा गया तो इसमें किसी पूनम कुमारी का नाम आया। पूनम सीटीईटी में शामिल नहीं हुई थीं। यही स्थिति नियोजन इकाई की है। एक अभ्यर्थी का सीटीईटी रौल नंबर 116005794 है।जांच की गई तो रौल नंबर पर किसी अन्य छात्रा का नाम था।
फर्जी प्रमाण पत्र पर कर रहे नौकरी : प्रदेश भर में कई नियोजन इकाई में फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने का मामला पहले भी आया है। निगरानी जांच के बाद शिक्षकों को हटाया भी गया था। इन शिक्षकों ने मैट्रिक, इंटर के साथ टीईटी और एसटीईटी का फर्जी प्रमाण पत्र जमा कर नियोजन लिया था। ऐसे मामले सामने आते रहते हैं।
शिक्षक नियोजन
- आठवीं तक की मेधा सूची में कई फर्जी आवेदक पकड़ में आए
- कई अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र का रोल नंबर इनवैलिड बताया
55 शिक्षक नियोजन इकाइयों में फर्जी अभ्यर्थी पाए गए पटना जिले के
कुल आवेदन लगभग तीन लाख
औपबंधिक मेधा सूची 75 फीसदी इकाई में
कुल नियोजन इकाई नौ हजार
फर्जी प्रमाण पत्र पकड़ में आए दो हजार इकाई में
पटना जिले में कुल नियोजन इकाई 288
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