CBSE ने स्टूडेंट्स को किया आगाह, एक बार फिर जान लें CBSE के इन बदलावों के बारे में
सीबीएसई परीक्षाएं नजदीक आने के साथ छात्रों को एक हफ्ते की पढ़ाई में पास कराने और गणित-विज्ञान जैसे विषयों में अच्छे अंक दिलाने के प्रस्तावों की बाढ़ सी आ गई है। सोशल मीडिया पर ऑनलाइन एजुकेशन देने...
सीबीएसई परीक्षाएं नजदीक आने के साथ छात्रों को एक हफ्ते की पढ़ाई में पास कराने और गणित-विज्ञान जैसे विषयों में अच्छे अंक दिलाने के प्रस्तावों की बाढ़ सी आ गई है। सोशल मीडिया पर ऑनलाइन एजुकेशन देने वाले कोचिंग संस्थानों के ऐसे लुभावने ऑफर की भरमार है।
सोशल मीडिया पर ऐसे ऑनलाइन ट्यूटोरियल संस्थानों के लुभावने ऑफर चल रहे हैं, जो 10 से 15 हजार रुपये में हफ्ते से दस दिन में किसी विषय या पूरी परीक्षा में अच्छे अंकों की गारंटी दे रहे हैं। छात्रों को ऐसे लघु अवधि के कोर्स के लिए दस से 50 फीसदी तक छूट की पेशकश भी की जा रही है, ताकि उन्हें लुभाया जा सके। ऑनलाइन फीस लेने और पाठ्यसामग्री देने के कारण ऐसे लोग पकड़ में भी नहीं आते। गौरतलब है कि कक्षा दस की सीबीएसई परीक्षाएं 15 फरवरी से 20 मार्च तक और 12वीं की 15 फरवरी से 30 मार्च तक चलेंगी। शिक्षाविदों का कहना है कि डिजिटल युग में ऐसे बहुत से व्यक्ति, संस्थान सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं जो कि छात्रों व अभिभावकों से ऐसे भ्रामक वादे करते हैं जो कि वैधानिक और नैतिक रूप से ठीक नहीं हैं। कोई भी एजेंसी या व्यक्ति अगर विद्यार्थियों को एक हफ्ते में कोचिंग देकर पास कराने का वादा करे तो इसके पीछे कोई बड़ा गिरोह है, जो विद्यार्थियों को धोखे में डालकर उनका आर्थिक शोषण करना चाहता है। एक बार फिर सीबीएसई के इन बदलावों को जान लें।
परीक्षा में 25 फीसदी प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे
सीबीएसई ने कक्षा 12 के लिए परीक्षा पैटर्न में अहम बदलाव किए गए हैं और परीक्षा के पहले छात्रों को इसकी जानकारी होना बहुत जरूरी है। इस बार प्रश्नपत्रों में बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए ज्यादा अंक होंगे। सभी विषयों में 25 फीसदी बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे, जिससे छात्रों को ज्यादा अंक हासिल होंगे। छात्रों को अन्य लिखित प्रश्नों के लिए ज्यादा समय मिल सकेगा।
आंतरिक मूल्यांकन को तवज्जो
सभी विषयों प्रश्नपत्रों के प्रारूप में बदलाव के लिए आंतरिक मूल्यांकन शामिल है। नए पैटर्न में सीबीएसई स्कूल स्तर पर आंतरिक मूल्यांकन पर ज्यादा जोर देगा। इससे छात्रों पर दबाव कम होगा।
दसवीं में 33 फीसदी अंक लाने होंगे
10वीं और 12वीं कक्षा की मार्किंग (मूल्यांकन) पद्धति भी बदली है। दसवीं के छात्रों को परीक्षा में पास होने के लिए अलग-अलग विषयों में प्रैक्टिकल और थ्योरी में कम से कम 33 फीसदी अंक लाने होंगे।
12वीं में भी बदलाव
12वीं छात्रों के लिए प्रैक्टिकल, थ्योरी और एसेसमेंट (आंतरिक मूल्यांकन) में अलग-अलग 33 फीसदी अंक पाने होंगे। 80 अंक के प्रश्नपत्र में 26 और 70 अंक के प्रश्नपत्र में 23 अंक उत्तीर्ण करने के लिए जरूरी होंगे।
सीबीएसई ने किया आगाह
सीबीएसई ने सोशल मीडिया साइट पर परीक्षाओं को लेकर गुमराह या भ्रम फैलाने वाली फर्जी खबरों और लुभावने विज्ञापनों को लेकर एडवायजरी जारी कर चुकी है। उसने फेसबुक, यूट्यूब, ट्विटर पर आ रहीं ऐसी खबरों,वीडियो को साझा न करने या उन पर वक्त बर्बाद न करने की सलाह छात्रों, अभिभावकों और शैक्षणिक संस्थानों को दी है। ऐसे लोगों को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है, लेकिन वे बाज नहीं आ रहे हैं।
यह लाखों छात्रों के भविष्य का सवाल है। पहले पेपर लीक होने की घटनाएं भी सामने आई हैं, जो ऑनलाइन माध्यमों के जरिये ही अपना जाल बिछाते हैं। सीबीएसई की जिम्मेदारी है कि वह प्रिंट, सोशल मीडिया और टीवी चैनलों के जरिये यह चेतावनी जारी करे ताकि ऐसा दावा करने वाले लोग उनसे बचा जा सके। ऐसे मामलों में कानूनी कार्रवाई भी होनी चाहिए।
हरिवंश चतुर्वेदी, डॉ. हरिवंश चतुर्वेदी, बिड़ला इंस्टी्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी(बिमटेक)
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