CBSE नए सत्र से बदलेगा 10वीं-12वीं परीक्षा का प्रारूप, ये होगा नया बदलाव
CBSE examination: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) नए सत्र से दसवीं और 12वीं की परीक्षा के तरीके में बदलाव करेगा। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमवार को लोकसभा में एक...
CBSE examination: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) नए सत्र से दसवीं और 12वीं की परीक्षा के तरीके में बदलाव करेगा। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमवार को लोकसभा में एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रश्नपत्र में 20 फीसदी सवालों को बहुविकल्पीय और 10 फीसदी को रचनात्मक बनाया जाएगा। इसके अलावा, दसवीं में ऐसे विषय जिनमें प्रैक्टिकल नहीं होता, उनमें 20 फीसदी अंक स्कूलों की ओर से किए गए मूल्यांकन के जोड़े जाएंगे। निशंक ने कहा कि सीबीएसई ने रटने की परंपरा को खत्म करने और छात्रों में सोच-तर्क क्षमता को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया है। सभी बदलाव अगले सत्र से लागू हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रश्नों की संख्या घटाने, ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की संख्या बढ़ाने, आंतरिक विकल्प के साथ-साथ हर विषय के आंतरिक मूल्यांकन जैसे बदलावों पर बोर्ड जोर देगा। सभी सवालों के 33 फीसदी हिस्से में छात्रों को आंतरिक विकल्प दिया जाएगा। एक नंबर वाले ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की संख्या प्रश्नपत्र में 20 फीसदी रहेगी।
मानव संसाधन विकास मंत्री ने बताया कि दसवीं कक्षा में हर विषय के स्कूल मूल्यांकन के अंक 20 प्रतिशत रहेंगे। हालांकि, यह नियम उन्हीं विषयों में लागू होगा, जिनमें प्रायोगिक परीक्षा नहीं होती। मालूम हो कि परीक्षा का दबाव कम करने के लिए सीबीएसई ने इसी साल प्रश्नपत्र के 33 फीसदी सवालों में छात्रों को आंतरिक विकल्प देना शुरू कर दिया था। यह व्यवस्था आगे भी जारी रहेगी।
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