बिहार: सीबीएसई के आठवीं से 12वीं तक के 47.7 फीसदी विद्यार्थी रहते हैं तनाव में
पटना के विभिन्न स्कूली छात्रों के बीच डॉ. आकांक्षा ने सर्वे किया। इसमें आठवीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चे शामिल हुए। डॉ. आकांक्षा ने बताया कि सर्वे के लिए कॅरियर के प्रति छात्र काफी जागरूक दिख रहे...
पटना के विभिन्न स्कूली छात्रों के बीच डॉ. आकांक्षा ने सर्वे किया। इसमें आठवीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चे शामिल हुए। डॉ. आकांक्षा ने बताया कि सर्वे के लिए कॅरियर के प्रति छात्र काफी जागरूक दिख रहे हैं। सर्वे में यह बात भी निकलकर आई कि 70 फीसदी छात्र आठवीं के बाद ही कॅरियर डिसाइड कर लेते हैं। इसके अलावा 40 फीसदी छात्र मोटिवेशनल बुक्स पढ़ना पसंद करते हैं।
इस बार टेली काउंसिलिंग में बच्चों से बात करते हुए उन्हें प्रश्नोत्तर दिये गये थे। इसमें कई बातें निकल कर आईं। शैक्षणिक माहौल बच्चों के अनुरूप नहीं है। छात्र काफी दबाव में हैं। लाइफ में कॅरियर पर ही वे फोकस्ड हैं।
स्कूल में शैक्षणिक माहौल को विद्यार्थी के अनुरूप बनाने के प्रयास तो किये जा रहे है, लेकिन यह हो नहीं पा रहा है। यह हम नहीं, बल्कि सीबीएसई और लोकल स्तर पर करवाये गये सर्वे कह रहा है। - कुमुद श्रीवास्तव, काउंसलर, सीबीएसई
इन दिनों स्कूली बच्चों से जुड़े दो सर्वे हुए। एक तो सीबीएसई टेली काउंसिलिंग के दौरान बच्चों के बीच करवाया गया। वहीं दूसरा पटना के विभिन्न स्कूलों के 15 सौ बच्चों के बीच किया गया। इन दोनों में ही विद्यार्थियों ने शैक्षणिक दबाव की बात कहीं। 47.7 फीसदी विद्यार्थी शैक्षणिक दबाव के कारण बहुत ज्यादा तनाव में रहते हैं। सीबीएसई ने पहली बार स्कूली बच्चों के ऊपर परीक्षा का दबाव जानने के लिए प्रश्नोत्तर तैयार किया था। इसमें 50 प्रश्न छात्रों को दिये गये थे। सर्वे में 30.5 फीसदी छात्रों ने अपने माता-पिता के दबाव की जानकारी दी। इसके अलावा 70.7 फीसदी छात्र हर दिन की दिनचर्या से खुश नहीं है। उनका कहना है कि दिनचर्या बहुत ही बोझिल हो गई है। कोई नयापन और मस्ती भरी चीजें नहीं होती हैं। स्कूल के रूटीन से भी वे खुश नहीं हैं।
23 फीसदी छात्र नशे की लत में
15 फीसदी फिजिकल सेक्सुल में रुचि ले रहे
30.6 फीसदी छात्र डिप्रेशन में
13 फीसदी छात्र सुसाइड का प्रयास कर चुके
45 फीसदी छात्र आये दिन काउंसिलिंग लेते हैं
65 फीसदी छात्र साइबर क्राइम के शिकार हुए
40 फीसदी छात्र खुद को ठीक रखने के लिए मोटिवेशनल बुक्स पढ़ते हैं
70 फीसदी छात्र अपने कॅरियर के प्रति जागरूक
65.7 फीसदी सेल्फ हेल्प की किताबें पढ़ते हैं.
46 फीसदी छात्र सही गाइडेंस की जरूरत महसूस करते हैं
सीबीएसई के टेली काउंसिलिंग में निकल कर आई बात
पढ़ाई के दबाव के कारण विद्यार्थियों में तनाव की स्थिति
70.7 फीसदी छात्र हर दिन की दिनचर्या से खुश नहीं है
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