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सीबीएसई 10वीं 12वीं परीक्षा 2020: इस सॉफ्टवेयर से होगी कठिन प्रश्नों के उत्तरों की जांच

CBSE 10th 12th Exams 2020: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड(सीबीएसई) 2020 की बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन में एक सॉफ्टवेयर की मदद लेगा। थ्योरी इवैल्यूएशन ट्रेंड एनलासिस (ट्रेटा) नाम के इस सॉफ्टवेयर से...

Pankaj Vijay वरीय संवाददाता, पटनाThu, 16 Jan 2020 11:37 AM
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CBSE 10th 12th Exams 2020: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड(सीबीएसई) 2020 की बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन में एक सॉफ्टवेयर की मदद लेगा। थ्योरी इवैल्यूएशन ट्रेंड एनलासिस (ट्रेटा) नाम के इस सॉफ्टवेयर से कठिन प्रश्नों के उत्तर के अंक देने में मदद ली जायेगी। साथ ही प्रश्न पत्र की शिकायत के लिए शिकायत सेल भी बनाया गया है। अगर किसी केंद्र पर छात्र द्वारा प्रश्न पत्रों को लेकर कोई शिकायत होती है तो उसकी जांच सेल द्वारा की जायेगी। नए सॉफ्टवेयर के बनने से 10वीं और 12वीं की परीक्षा में कठिन प्रश्नों से अब घबराने की जरूरत नहीं है। परीक्षार्थी अपनी समझ के साथ जो भी उत्तर लिखेंगे, उसी अनुसार अंक मिलेंगे। अब छात्र की समझ को इग्नोर करके शिक्षक अंक नहीं काट पायेंगे।

- 2018 में दो और 2019 में तीन विषयों की परीक्षा में ट्रेटा की ली गई थी मदद
बोर्ड के अनुसार 2018 के गणित और 12वीं के अर्थशास्त्र की दुबारा परीक्षा होने पर उसके मूल्यांकन में ट्रेटा सॉफ्टवेयर की मदद ली गयी थी। इससे रिजल्ट बेहतर हुआ था। इसके बाद 2019 में गणित, अर्थशास्त्र के साथ भौतिकी, रसायन शास्त्र, जीवविज्ञान विषयों में भी ट्रेटा सॉफ्टवेयर से अंक दिये गये थे।

- चैप्टर के अंदर से पूछे गये प्रश्न को कठिन मानते छात्र
सीबीएसई के अनुसार कई बार छात्र बोर्ड पर सिलेबस के बाहर से प्रश्न पूछे जाने का आरोप लगाते हैं। लेकिन वे प्रश्न टेक्स्ट बुक से ही होते हैं। टेक्स्ट बुक में दिये गये कुछ प्रश्नों की सूची से प्रश्न न होकर ये प्रश्न चैप्टर के अंदर से होते हैं। चूंकि छात्र रट कर प्रश्न तो तैयार कर लेते हैं। लेकिन वे चैप्टर पूरी तरह से समझ कर नहीं पढ़ते हैं। ऐसे प्रश्न उन्हें कठिन लगते और उसे सिलेबस के बाहर का मानते हैं।

क्या है ट्रेटा सॉफ्टवेयर
थ्योरी इवैल्यूएशन ट्रेंड एनलासिस (ट्रेटा) के नाम का यह सॉफ्टवेयर है। इसे हर मूल्यांकन केंद्र पर इस्तेमाल किया जायेगा। जिस उत्तर पुस्तिका में छात्र टेक्स्ट बुक की भाषा नहीं बल्कि अपनी भाषा में उत्तर देंगे, उसमें उत्तर पुस्तिका के औसतन अंक इस सॉफ्टवेयर की मदद से दिए जाएंगे। यानी अगर किसी छात्र ने किसी प्रश्न का उत्तर अपनी समझ के अनुसार दिया तो ऐसे जितने भी उत्तर रहेंगे, उसके लिए एक औसत अंक निर्धारित होंगे। वे अंक इस सॉफ्टवेयर की मदद दिए जाएंगे।

- अंकों की मिलेगी जानकारी
अपनी भाषा और समझ के साथ कॉपी में उत्तर लिखने का क्या फर्क पड़ा है, इसकी जानकारी भी छात्रों को बोर्ड देगा। रिजल्ट के बाद सभी छात्रों को उनके उत्तर पुस्तिका की फोटो कॉपी मिलेगी। जिसमें छात्र हर प्रश्न में कितने अंक मिले, इसे जान पायेंगे। इससे वे अपना आकलन भी कर पायेंगे।

संयम भारद्वाज (परीक्षा नियंत्रक, सीबीएसई) ने कहा- इस बार छात्रों की कॉपी को बोर्ड वेबसाइट पर डाला जायेगा। इससे छात्र अपने उत्तर पर मिलने वाले अंक देख पायेंगे। खासकर जिन प्रश्नों के उत्तर छात्र अपनी समझ के अनुसार देंगे, उसमें उन्हें कितने अंक आयें, इसकी जानकारी भी मिलेगी। चैप्टर के अंदर से पूछे गये जो भी प्रश्न होंगे, उसके अंक देने में ट्रेटा सॉफ्टवेयर की मदद ली जायेगी। इससे छात्रों को नुकसान नहीं होगा।

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