UOU : यूओयू में अगले साल से लागू किया जाएगा सीबीसीएस पैटर्न, विद्यार्थी अपनी पसंद के अनुसार दूसरी स्ट्रीम के विषयों का चयन कर सकेंगे
यूओयू सभागार में शनिवार को कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी की अध्यक्षता में कार्य परिषद (ईसी) की बैठक आयोजित हुई। विभिन्न विषयों को ईसी के समक्ष लाया गया। वर्तमान ईसी का 28 जून को दो साल का कार्यकाल पूरा हो र
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में अगले साल 2023-24 से क्रेडिट बेस्ड च्वाइस सिस्टम (सीबीसीएस) लागू होगा। इससे सभी कोर्सों में सेमेस्टर प्रणाली लागू हो जाएगी और विद्यार्थी अपनी पसंद के अनुसार दूसरी स्ट्रीम के विषयों का चयन भी कर सकेंगे। साथ ही विश्वविद्यालय बदलने पर भी विद्यार्थी को कोई समस्या नहीं आएगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के निर्देश और नई शिक्षा नीति के तहत सीबीसीएस लागू होगा। विवि कार्य परिषद की शनिवार को हुई बैठक में इसकी मंजूरी मिल गई है।
यूओयू सभागार में शनिवार को कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी की अध्यक्षता में कार्य परिषद (ईसी) की बैठक आयोजित हुई। विभिन्न विषयों को ईसी के समक्ष लाया गया। वर्तमान ईसी का 28 जून को दो साल का कार्यकाल पूरा हो रहा है, इसलिए यह अंतिम बैठक करवाई गई थी। कुलसचिव प्रो. पीडी पंत ने बताया कि सीबीसीएस पैटर्न लागू करने के साथ कर्मचारियों के नियोजन का विषय भी ईसी के समक्ष लया गया। बताया कि खाली पदों पर भविष्य में भर्ती होने पर कार्यरत अस्थाई कर्मचारियों को दूरस्थ शिक्षा प्रणाली में काम करने के अनुभव आदि का वेटेज जोड़ने को लेकर नीति तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही कर्मचारी संगठन बनाने और क्षेत्रीय कार्यालयों के पुनर्गठन सहित अन्य विषयों पर ईसी की मंजूरी मिली है। बैठक में प्रो. आरसी मिश्रा, प्रो. गिरिजा शंकर पांडे, प्रो. सोमेश्वर कुमार, आभा गर्खाल सहित अन्य ईसी सदस्य मौजूद रहे।
नियमित कर्मचारी ही बना पाएंगे संगठन
यूओयू में अब नियमित कर्मचारी ही संगठन बना पाएंगे। कार्य परिषद ने राज्य सरकार के नियमों के अनुसार कर्मचारी संगठन बनाने पर मंजूरी दी है। कुलसचिव प्रो. पीडी पंत ने बताया नियमित कर्मचारी ही विवि में संगठन बना पाएंगे। इसके लिए रजिस्ट्रेशन करवाकर विवि में आवेदन करना होगा। संगठन के आवेदन को ईसी द्वारा मान्यता प्रदान की जाएगी।
वानिकी, पर्यावरण विज्ञान कार्यशाला शुरू
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय बीएससी वन विज्ञान एवं एमएससी पर्यावरण विज्ञान विषयों की प्रयोगात्मक कार्यशाला एमबीपीजी कॉलेज में शुरू हो गई। क्षेत्रीय निदेशक डॉ. रश्मि पंत ने बताया कि शनिवार को विद्यार्थियों को एफटीआई स्थित शोध अनुभाग द्वारा स्थापित बॉयो डायवर्सिटी पार्क, रामायण वाटिका, पुलवामा शहीद स्मारक वाटिका, नक्षत्र वाटिका, बॉयो डायवर्सिटी संग्रहालय और अन्य वाटिकाओं का भ्रमण कराया गया। इस दौरान वन क्षेत्राधिकारी मदन सिंह बिष्ट, डॉ. संजय कुमार, डॉ. बीना तिवारी फुलारा रहे।
हल्द्वानी सहित आठ क्षेत्रीय निदेशक हटेंगे
यूओयू के हल्द्वानी, देहरादून, रुड़की, पिथौरागढ़, बागेश्वर, रानीखेत, उत्तरकाशी और पौड़ी क्षेत्रीय कार्यालयों में क्षेत्रीय निदेशक तैनात किए गए हैं। जिन कॉलेजों में विवि के क्षेत्रीय कार्यालय संचालित हो रहे हैं, वहीं के एक प्रोफेसर को जिम्मेदारी दी गई है। लेकिन शनिवार को ईसी ने क्षेत्रीय कार्यालयों का पुनर्गठन करने को मंजूरी दी है। इसमें सभी क्षेत्रीय निदेशकों को हटाया जाएगा और विवि के सहायक क्षेत्रीय निदेशक यहां तैनात किए जाएंगे।
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