BTech : पिता खाड़ी देश में कमाते हैं तो मिलेगा एमएमएमयूटी के बीटेक में सीधे दाखिले का मौका
यदि किसी विद्यार्थी के पिता खाड़ी देश में कमाते हैं तो उसके पास उत्तर प्रदेश के मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर में बीटेक में प्रवेश का मौका है। 15 प्रतिशत सीटें सुपरन्यूमरिक कोटे
यदि किसी विद्यार्थी के पिता खाड़ी देश में कमाते हैं तो उसके पास उत्तर प्रदेश के मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर में बीटेक में प्रवेश का मौका है। विश्वविद्यालय ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए 15 प्रतिशत सीटें सुपरन्यूमरिक कोटे से तय किया है। इसमें से एक तिहाई सीटें खाड़ी देशों में कमाने वाले लोगों के बच्चों के लिए है। ‘डासा’ के जरिए आवेदन की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद अब ऐसे बच्चों के पास प्रवेश के लिए सीधा आवेदन का मौका है। एमएमएमयूटी के डीन इंटरनेशनल अफेयर्स प्रो. वीके द्विवेदी के मुताबिक डायरेक्ट एडमिशन ऑफ स्टूडेंट अब्रॉड (डासा) के जरिए विदेशी छात्रों के प्रवेश के लिए एनआईटी रायपुर ने एमएमएमयूटी को पैनल में शामिल किया है। सुपरन्यूमरिक कोटे के तहत प्रवेश के लिए 15 प्रतिशत अतिरिक्त सीटों का प्रावधान किया गया है। खाड़ी देशों में कमाने वाले लोगों के बच्चों को भी इसी 15 प्रतिशत में से एक तिहाई सीटों पर प्रवेश मिलेगा। डासा के माध्यम से आए आवेदनों के बाद की रिक्त सीटों पर पड़ोसी और अन्य देशों के छात्रों का सीधे मेरिट के आधार पर प्रवेश लिया जाएगा। विदेशी छात्रों के लिए अलग छात्रावास की भी व्यवस्था की जा रही है।
बताते हैं कि ‘डासा’ के जरिए प्रवेश के लिए आवेदन की तिथि खत्म हो गई है। ऐसे में पड़ोसी और अन्य देशों के विद्यार्थियों के पास एमएमएमयूटी में सीधे प्रवेश का विकल्प अभी भी खुला हुआ है। खाड़ी देशों में कमाने वाले लोगों के बच्चे भी सीधा आवेदन कर सकेंगे। आवेदन की अंतिम तिथि 31 जुलाई निर्धारित की गई है।
यह होगा अनिवार्य
खाड़ी देशों में कमाने वाले लोगों के बच्चों को विभिन्न कागजात साक्ष्य के रूप में लगाने होंगे। जेईई मेन में हिस्सा लिया होना अनिवार्य है। अभिभावक के पासपोर्ट, वीजा व वर्क परमिट की कॉपी। कंपनी में काम करने का प्रमाणपत्र।
खाड़ी देशों (यूएई, बहरीन, इरान, इराक, कुवैत, ओमान, कतर और सउदी अरब) में कमाने वाले लोगों के बच्चों के लिए सालाना शुल्क 1.25 लाख रुपये निर्धारित है। सार्क देशों के छात्रों को सालाना 4 हजार डॉलर शुल्क देना होगा। अन्य देशों के छात्रों का सालाना शुल्क 8 हजार डॉलर निर्धारित है।
- खाड़ी देशों में कमाने वालों के बच्चों के लिए है पांच फीसदी कोटा
- 31 जुलाई तक विश्वविद्यालय के पोर्टल पर कर सकेंगे आवेदन
विदेशी छात्रों के लिए तय 15 प्रतिशत कोटे में से एक तिहाई सीटें गल्फ देशों में कमाने वाले लोगों के बच्चों के लिए आरक्षित है। ‘डासा’ के जरिए प्रवेश के लिए आवेदन न कर पाए हों तो ऐसे अभ्यर्थी सीधे विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं। - प्रो. जेपी सैनी, कुलपति, एमएमएमयूटी
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