बिहार बोर्ड 12वीं रिजल्ट : नाना के घर रहकर काजल ने पूरे बिहार में लहराया परचम, बनना चाहती है डीएम
फारबिसगंज अनुमंडल के भरगामा थाना क्षेत्र के सिमरबनी गांव की रहने वाले अवधेश झा की पुत्री काजल कुमारी ने मंगलवार को निकले बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट के परीक्षा परिणाम में आर्ट्स संकाय में 464 अंक लाकर पूरे
फारबिसगंज अनुमंडल के भरगामा थाना क्षेत्र के सिमरबनी गांव की रहने वाले अवधेश झा की पुत्री काजल कुमारी ने मंगलवार को निकले बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट के परीक्षा परिणाम में आर्ट्स संकाय में 464 अंक लाकर पूरे बिहार में छठा रैंक व सातवां स्थान प्राप्त कर अपने परिवार सहित पूरे जिले का नाम रौशन किया है। काजल कुमारी बचपन से ही अपने नाना दयानंद झा, जो फारबिसगंज प्रखंड के सहवाजपुर गांव के निवासी है, के यहां रहकर पढ़ाई कर रही हैं। काजल कुमारी फारबिसगंज शहर के प्लस-टू भगवती देवी गोयल बालिका उच्च विद्यालय की छात्रा है। काजल के पिता अवधेश झा एवं माता नवनीता देवी हरियाणा राज्य के सोनीपत शहर में छोटे कारोबारी है। काजल एक भाई व एक बहन है। काजल की प्रारंभिक पढ़ाई भी गांव में सहवाजपुर मिडिल स्कूल से हुई। मैट्रिक की परीक्षा में उसने प्रथम स्थान प्राप्त किया था। इसके बाद इंटरमीडिएट शहर के प्लस-टू भगवती देवी गोयल बालिका स्कूल से की है।
काजल का भाई निखिल सोनीपत में स्नातक की पढ़ाई कर रहा है।
काजल की इस सफलता पर सिमरबनी, सहवाजपुर सहित सोनीपत स्थित परिजन सहित गांव वाले फुले नहीं शंमा रहे है।
काजल ने हिन्दुस्तान, से खास बातचीत में कहा की वह डीएम बनकर देश की सेवा करना चाहती है। उनका एक ही लक्ष्य यूपीएससी निकालने का है। वह आईएएस बनकर देश की सेवा की सेवा करना चाहती हैं।
कहा कि एक पखवाड़े पूर्व इंटरमीडिएट बोर्ड से उन्हें फोन से पटना आने को कहा गया, पहले तो उसे यह फेक लगा, मगर लगातार फोन आने पर वो पटना पहुंची,जहां बोर्ड के अधिकारियों ने उससे पूछताछ व कागजातों की जांच कर उन्हें मिठाई का डिब्बा व आने-जाने खर्च देकर बधाई दी। मगर उस समय उन्हें कोई जानकारी नहीं मिली को वो टॉप टेन में है। मंगलवार को रिजल्ट आने पर उन्हें जानकारी मिली।
काजल ने कहा कि इस सफलता के पीछे उनके नाना दयानंद झा, नानी करुणा देवी एवं सबसे ज्यादा मामी निशा देवी ,मामा विश्वमोहन झा, गांव के शिक्षक राकेश कुमार का बड़ा योगदान है। इधर काजल की सफलता में नाना दयानंद झा, मामी निशा देवी ने बताया की काजल बचपन से ही मेधावी है। इनके मम्मी-पापा हरियाणा में रहते है, जबकि वो बचपन से ही गांव में पढ़कर आगे बढ़ रही है। वहीं काजल की इस सफलता पर गोयल स्कूल में भी खुशियां देखी जा रही है। विद्यालय के प्राचार्य अमरेश देव, शिक्षक सुजीत कुमार, पूर्व प्राचार्य डॉ. प्रशांत झा आदि ने काजल को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना कर रहे है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।