BSEB Bihar Board: 11वीं -12वीं में प्रतिदिन पांच सैद्धांतिक तो चार प्रायोगिक कक्षाएं जरूरी
सूबे के सभी माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में प्रायोगिक कक्षाएं अनिवार्य कर दी गई हैं। इस बाबत सभी जिला शिक्षा कार्यालय को चार दिन पूर्व निर्देश जारी कर दिया गया है। अब 11वीं और 12वीं में प्रत्येक
BSEB Bihar Board: सूबे के सभी माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में प्रायोगिक कक्षाएं अनिवार्य कर दी गई हैं। इस बाबत सभी जिला शिक्षा कार्यालय को चार दिन पूर्व निर्देश जारी कर दिया गया है। अब 11वीं और 12वीं में प्रत्येक दिन पांच सैद्धांतिक और चार प्रायोगिक कक्षाएं चलेंगी। तीनों संकायों के मुख्य तीन विषयों की हर दिन नौ कक्षाएं होंगी। इसमें पांच सैद्धांतिक और चार प्रायोगिक होंगी। इसके अलावा भाषा, अतिरिक्त विषय, खेल और लाइब्रेरी में से हर दिन किसी न किसी विषय की कक्षा चलेगी।
नौवीं और दसवीं में प्रत्येक दिन आठ विषयों की कक्षाएं चलेंगी। गणित, विज्ञान, हिन्दी, अंग्रेजी की कक्षाएं लंच के पहले और इसके बाद सामाजिक विज्ञान, संस्कृत, लाइब्रेरी और वैकल्पिक विषय की कक्षा संचालित होंगी। नौवीं और दसवीं में सप्ताह में दो दिन मंगलवार और गुरुवार को खेल की भी कक्षा चलेगी। बता दें कि अबतक राज्यभर के स्कूल का समय तो एक जैसा होता था, लेकिन कक्षाओं का विषयवार निर्धारण प्राचार्य करते थे। इसमें बदलाव कर दिया गया है। अब राज्य के सभी नौवीं से 12वीं तक के स्कूलों में एक जैसी कक्षाएं चलेंगी।
लंच के बाद केवल प्रायोगिक कक्षाएं होंगी
11वीं और 12वीं के सभी संकाय की सैद्धांतिक कक्षाएं लंच तक चलेगी। लंच के बाद तीन कक्षाएं प्रायोगिक विषयों की होगी। इसमें भौतिकी, रसायन शास्त्र और जीव विज्ञान शामिल है। इन तीन विषयों की प्रायोगिक कक्षाएं हर दिन होगी। इसके अलावा 11वीं और 12वीं में खेल, भाषा, अतिरिक्त विषय और लाइब्रेरी की कक्षाएं भी लंच के बाद अलग-अलग दिन संचालित होंगी। अब तक स्कूल के रूटीन में प्रायोगिक कक्षाएं शामिल नहीं होती थी। केवल थ्योरी की पढ़ाई होती थी, लेकिन अब हर दिन प्रायोगिक कक्षाएं चलना अनिवार्य कर दिया गया है।
विषयवार कक्षाओं की संख्या भी हुई निर्धारित
सोमवार से शनिवार तक किस विषय की कितनी कक्षाएं होंगी, यह भी निर्धारित कर दिया गया है। नौवीं और दसवीं में हिन्दी और अंग्रेजी की पांच-पांच, गणित और विज्ञान की छह-छह, सामाजिक विज्ञान और संस्कृत की पांच-पांच, खेल की चार, अतिरिक्त विषय की पांच और लाइब्रेरी की तीन कक्षाएं सोमवार से शनिवार तक चलना अनिवार्य है। इसमें कोई फेरबदल नहीं हो सकता है।
औचक निरीक्षण में होगी इसकी जांच
स्कूलों के निरीक्षण के दौरान इसकी जांच की जाएगी कि स्कूल में तय विषयों की पढ़ाई समय सारिणी को ध्यान में रखकर की जा रही है या नहीं। प्रायोगिक कक्षाएं चलती है कि नहीं। इसके लिए अब औचक निरीक्षण लंच के बाद भी किया जा सकता है। इस दौरान छात्रों से भी पूछा जाएगा कि हर विषय की कक्षाएं चलती है या नहीं।
पटना के डीईओ अमित कुमार ने बताया कि हर स्कूल में प्रायोगिक कक्षाएं अब अनिवार्य कर दी गई है। स्कूलों को सैद्धांतिक के साथ प्रायोगिक कक्षाएं चलानी होंगी। हर विषय की अब हर दिन पढ़ाई अनिवार्य रूप से की जानी है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।