BPSC : पहले ही प्रयास में झारखंड की बेटी अंकिता चौधरी ने पाई सफलता, मात्र 8 माह में ऐसे की तैयारी
BPSC 67th Exam: बिहार लोक सेवा आयोग की 67वीं प्रतियोगिता परीक्षा में शानदार सफलता पाने वाले लोगों में से एक अंकिता चौधरी भी हैं। उन्हें इस परीक्षा में पहले ही प्रयास में और महज 8 माह की तैयारी कामया
BPSC Success Story: कहा जाता है कि इंसान यदि कुछ ठान ले तो एक न एक दिन सफलता जरूर मिलती है। लेकिन सिविल सेवा जैसी कठिन परीक्षा में यदि कुछ माह की तैयारी में ही सफलता मिल जाए तो इस प्रतिभा की प्रखरता ही माना जाएगा। बीपीएससी 67वीं परीक्षा रिजल्ट में अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है झारखंड के एक छोटे से गांव से आने वाली अंकिता चौधरी ने। नयागांव के शिक्षक की बेटी ने पहले ही प्रयास में बीपीएससी में तीसरा स्थान हासिल अपने गांव और जिले का नाम रोशन किया है। बीपीएससी 67वीं परीक्षा का रिजल्ट घोषित होते ही गांव में खुशी की लहर दौड़ गई और गांव में बधाई देनेवालों का तांता लग गया। तीसरा स्थान हासिल करने पर उन्हें एसडीएम का पद मिला है।
बताया जा रहा है कि अंकिता का परिवार मूल रूप से बिहार के खड़िया जिले के नयागांव है। वर्तमान में वह परिवार के साथ बोकारो जिले के पूर्वी पंचायत के चलकरी कॉलोनी में रहती हैं। अंकिता के पिता पहले पारा शिक्षक थे तो नौकरी के साथ ऑटो चलाने का कार्य भी करते थे। बाद में वह नियमित शिक्षक हो गए। अंकिता की प्रारंभिक शिक्षा जमशेदपुर में उनके नानाजी के यहां हुई और बोकारो से माध्यमिक शिक्षा प्राप्त की।
बीपीएससी 67वीं परीक्षा के 8 महीने पहले शुरू की तैयारी:
अंकिता ने स्थानीय मीडिया को बताया कि उन्हें पहले की प्रयास में इनती शानदार सफलता की उम्मीद नहीं थी। यही कारण है कि वह बीपीएससी 68वीं और बीपीएससी 69वीं प्रारंभिक परीक्षा 2023 में भाग लिया है और रिजल्ट का इंतजार है। उन्होंने बताया कि बीपीएससी 67वीं प्रतियोगिता प्रारंभिक परीक्षा का फॉर्म करने के बाद तीन महीने का समय मिला था तैयारी को। इसके बाद बीपीएससी 67वीं मुख्य परीक्षा के लिए दो महीने का समय मिला था। लेकिन मेंस से इंटरव्यू तक का समय काफी लंबा था। यानी बीपीएससी मुख्य परीक्षा से पहले मुश्किल से 8 महीने का वक्त मिला था।
8 माह में ऐसे प्राप्त की सफलता:
अंकिता चौधरी ने बताया कि ज्यादातर तैयारी उन्होंने सेल्फस्टडी से की है। कुछ स्टडी मैटेरियल उन्होंने ऑनलाइन डाउनलोड किया जो कुछ ऑनलाइन टेस्ट में अपना रजिस्ट्रेशन भी कराया था जिससे कि संभावित प्रश्नों की प्रैक्टिस की जा सके। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने पूरे परिवार को दिया है। अंकिता ने बताया कि बीपीएससी की तैयारी शुरू करने से पहले वह बीपीएम (पोस्ट ऑफिस) के तौर पर कार्य कर रही थीं तो उन्हें समझ आया कि यदि वह सिविल सेवा में जाती हैं तो और अधिक लोगों की मदद कर सकती हैं।
सफलता के जरूरी अंकिता के विचार-
अंकिता का मानना है कि अपने लक्ष्य की ओर निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। पढ़ाई दिमाग को शांत रखकर करनी चाहिए। अगर आप पूरी एकाग्रता के साथ 5 घंटे भी पढ़ाई करते हैं तो वह भी काफी है। जिन्हें सफलता नहीं मिली वह पूरे अनुशासन और फोकस के साथ पढ़ाई करें।
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