बिहार बोर्ड परीक्षा 2020: शिक्षक संघ का दावा- अनुभवहीन शिक्षकों से चेक करवाई जा रही हैं कॉपियां
बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति और बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने इंटर मूल्यांकन में अनुभवहीन शिक्षकों से मूल्यांकन करवाये जाने का दावा किया है। बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव शत्रुघ्न...
बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति और बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने इंटर मूल्यांकन में अनुभवहीन शिक्षकों से मूल्यांकन करवाये जाने का दावा किया है। बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने दावा किया है कि बिहार बोर्ड ने अयोग्य, अनुभवहीन और संबंधित विषय का ज्ञान नहीं रखने वाले शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया है। इसके अलावा निजी प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों को मैट्रिक मूल्यांकन के लिए नियुक्ति पत्र जारी किया गया है।
उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट ने इंटर और मैट्रिक के मूल्यांकन कार्य में अयोग्य शिक्षक मूल्यांकन कार्य नहीं करने का आदेश दिया था। इसके बावजूद अयोग्य शिक्षकों से मूल्यांकन करवाया जा रहा हैं। संघ द्वारा मुजफ्फरपुर के शिक्षक नेताओं पर प्राथमिकी दर्ज करने का विरोध किया है। साथ ही जल्द से जल्द प्राथमिकी खत्म करने की मांग की है।
वहीं बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के राज्य संयोजक ब्रजनंदन शर्मा ने कहा है कि अगर शिक्षकों की समस्या का समाधान नहीं होता है तो यह आंदोलन जन आंदोलन का स्वरूप ले लेगा। स्कूल में बच्चों का पठन-पाठन सरकार के गलत एवं हठधर्मिता पूर्ण नीति के कारण पूरी तरह बाधित है। शिक्षक नेता शिवेंद्र पाठक ने कहा कि बिहार के 90 फीसदी हाईस्कूल पूरी तरह से बंद हो गए हैं। प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में शिक्षण कार्य पहले से ही ठप हैं। मांग मानने के बाद ही आंदोलन खत्म होगा। शिक्षक संघ ने प्रदेश के 76 हजार स्कूलों में तालाबंदी का दावा किया है। समिति के मीडिया प्रभारी मनोज कुमार ने कहा कि 27 फरवरी को पूरे बिहार के सभी प्रखंडों में शिक्षक अपने पूरे परिवार के साथ अपनी मांगों के समर्थन में धरने पर बैठेंगे। एक मार्च को सभी शिक्षक अपने-अपने क्षेत्रीय विधायक के आवास पर धरना देंगे।
शिक्षक संगठन
- बिहार बोर्ड ने अनुभवहीन और संबंधित विषय का ज्ञान नहीं रखने वाले को दिया नियुक्ति पत्र
- बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ और बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति का आंदोलन जारी
समान वेतन मिलने के बाद खत्म होगा आंदोलन
टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष मार्कण्डेय पाठक ने कहा कि अनिश्चितकालीन हड़ताल के 11वें दिन भी पटना जिले के शिक्षक हड़ताल पर डटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जबतक सरकार पूर्ण वेतनमान एवं नियमित शिक्षकों की तरह सेवा शर्त देने की घोषणा नही करती है, हड़ताल जारी रहेगा। संघ के प्रदेश प्रवक्ता अश्विनी पाण्डेय, प्रदेश सचिव नाजिर हुसैन,अमित कुमार एवं संजीत पटेल ने कहा कि सरकार के द्वारा हड़ताल में गए शिक्षकों को बर्खास्त व एफआईआर कराया जा रहा है। यह शिक्षकों के संवैधानिक अधिकार पर सीधा हमला है। मौके पर शिक्षक नेता चंदन पटेल, रतन कुमार, सुभाष कुमार, मुकेश राज, रणधीर, पंकज, मेराज, विक्की, विनोद,अनिता, रंजीता,रजनी, साधना, दीपक, बृजनंदन आदि मौजूद थे।
डिग्री कॉलेज के शिक्षक भी कर रहे समर्थन
बिहार राज्य संबद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ के प्रधान संयोजक डा. शंभुनाथ प्रसाद सिन्हा, राज्य संयोजक प्रो. राजीव रंजन ,मीडिया प्रभारी प्रो.अरुण गौतम एवं प्रो.श्रवण कुमार ने इंटरमीडिएट परीक्षा 2020 की उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन बहिष्कार को पूर्ण सफल बनाने का आह्नवान किया है। महासंघ एवं अन्य शिक्षक संगठन के आह्वान पर डिग्री महाविद्यालय, इन्टर एवं माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों ने मूल्यांकन में भाग नहीं लिया।
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