Bihar STET 2019: शिक्षक पात्रता की जांच हर हाल में 11 फरवरी तक पूरी होगी-शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी
राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों में रिक्त पदों पर वर्ष 2019 से प्रारंभ हुई नियुक्ति की प्रक्रिया के दौरान चयनित सभी अभ्यर्थियों की पात्रता उत्तीर्णता की जांच हर हाल में 11 फरवरी तक हो जाएगी। समयबद्ध...
राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों में रिक्त पदों पर वर्ष 2019 से प्रारंभ हुई नियुक्ति की प्रक्रिया के दौरान चयनित सभी अभ्यर्थियों की पात्रता उत्तीर्णता की जांच हर हाल में 11 फरवरी तक हो जाएगी। समयबद्ध तरीके से इसे पूर्ण करने को लेकर शिक्षा विभाग ने सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष को मंगलवार को निर्देश दिया है। गौरतलब है कि जुलाई व अगस्त 2021 तथा जनवरी 2022 में हुई काउंसिलिंग में करीब 33 हजार (32902) अभ्यर्थी अंतिम रूप से चयनित हैं। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने 25 फरवरी को सभी चयनितों को एक साथ नियुक्ति पत्र देने की घोषणा कर रखी है। इसके मद्देनजर इनकी दक्षता सत्यापन को लेकर डेडलाइन जारी करना अहम कदम माना जा रहा है।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने सभी डीईओ को निर्देश दिया है कि वे चयनित अभ्यर्थियों के शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्र सत्यापन को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। चाहे वह सीटेट (सीटीईटी) या बीटेट (बीटीईटी) हों, उनका शत प्रतिशत सत्यापन जिला स्तर पर पूर्ण करें। बिहार टीईटी के प्रमाण पत्रों के लिए जरूरत के मुताबिक पदाधिकारी, कर्मी की प्रतिनियुक्ति बीएसईबी के क्षेत्रीय कार्यालयों में कर निश्चित रूप से शुक्रवार तक सत्यापन पूर्ण किया जाए। सेंट्रल टीईटी उत्तीर्णता प्रमाण पत्रों का सत्यापन भी इसी अवधि में सीबीएसई की वेबसाइट से पूर्ण कर लिया जाए।
श्री कुमार ने सभी डीईओ से कहा है कि पात्रता प्रमाण पत्रों के सत्यापन की रिपोर्ट 12 फरवरी की शाम 4 बजे तक विभागीय मेल पर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उनकी रिपोर्ट की समीक्षा 14 फरवरी को अपर मुख्य सचिव करेंगे।
बीएसईबी करेगा योग्यता व शैक्षिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन
अपर मुख्य सचिव ने बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर को निर्देश दिया है कि जिलों द्वारा भेजे गये नियुक्ति से संबंधित सभी प्रमाण पत्रों का सत्यापन 12 फरवरी तक निश्चित रूप से पूर्ण कराया जाना सुनिश्चित करें ताकि चयनितों की नियुक्ति के संदर्भ में विभाग के स्तर पर अंतिम निर्णय लिया जा सके। बोर्ड द्वारा चयनित अभ्यर्थियों के शिक्षक प्रशिक्षण, शिक्षक योग्यता परीक्षा परीक्षा एवं मैट्रिक-इंटर उत्तीर्णता सर्टिफिकेट की जांच की जानी है। इसको लेकर अपर मुख्य सचिव ने पिछले साल 31 अक्टूबर को बोर्ड को दिये निर्देश की भी याद दिलायी है।
राज्य से बाहर के प्रमाण पत्रों की जांच बनी रोड़ा
चयनित 43 हजार शिक्षकों के नियुक्ति पत्र वितरण में राज्य के बाहर के प्रमाण पत्रों की जांच रोड़ा बन गयी है। अबतक राज्य से बाहर के एक भी सर्टिफिकेट की जांच नहीं हो पाई है। बिहार बोर्ड की चल रही परीक्षा और बाहर के राज्यों के संस्थानों, बोर्डों के असहयोग से यह मुमकिन नहीं हो सका है। समय, संसाधन और मैनपावर की कमी से सभी चयनितों के सभी प्रमाण पत्रों की जांच कर 25 फरवरी को नियुक्ति पत्र बांटना संभव नहीं है। एक-एक जिले में 21 राज्य और बाहर के 70 संस्थानों के सर्टिफिकेट चयनितों के आए हुए हैं।
विभाग विकल्प पर विचार कर रहा, हम समयबद्ध होकर करेंगे नियुक्ति : मंत्री
शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि चयनितों की पात्रता की जांच शीघ्र पूरी करने का निर्देश इसलिए दिया गया है क्योंकि विभाग जल्द नियुक्त पत्र बांटना चाहता है। चयनित अभ्यर्थियों को और अधिक इंतजार कराना उचित नहीं है। उपाय निकालने हेतु सत्यापन प्रक्रिया को तेज करने का निर्देश दिया गया है। राज्य के बाहर के संस्थान अपेक्षित सहयोग नहीं कर रहे, जबकि प्रशिक्षण संस्थान पूरे देश में फैले हैं। विभाग वैकल्पिक व्यवस्था पर गंभीरता से विचार कर रहा है।
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