Bihar School reopen : 4 जनवरी से कैसे खुलेंगे स्कूल, बच्चों के हाथ धोने की सुविधा तक नहीं
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जिले के स्कूलों में हैंडवाश स्टेशन बनाया जाना था, लेकिन जब पटना डीईओ की ओर जांच की गई तो एक भी हैंडवाश स्टेशन नहीं मिला। ऐसे में अब जब चार जनवरी से स्कूल खुलने की घोषणा...
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जिले के स्कूलों में हैंडवाश स्टेशन बनाया जाना था, लेकिन जब पटना डीईओ की ओर जांच की गई तो एक भी हैंडवाश स्टेशन नहीं मिला। ऐसे में अब जब चार जनवरी से स्कूल खुलने की घोषणा हुई है तो स्कूल के लिए यह चुनौती से कम नहीं है। क्योंकि छात्र जब स्कूल आयेंगे तो उनके लिए नियमित हाथ धोना जरूरी होगा। ज्ञात हो कि हर स्कूल को हैंडवाश स्टेशन बनाने का निर्देश दिया गया था। इसको लेकर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद कार्यालय में 28 दिसंबर को होने वाली बैठक में इसकी समीक्षा की जायेगी।
हाथ धोने को नल और चापाकल भी नहीं : कई सरकारी स्कूलों के परिसर में हाथ धोने के लिए नल और चापाकल की सुविधा नहीं है। कई जगह नल की टोटी टूट गई है। बांकीपुर गर्ल्स हाई स्कूल में दो जगहों पर नल लगे हैं। एक टूट चुका है। प्राचार्य मीना कुमारी ने बताया कि लॉकडाउन में कई नल खराब हो गए हैं। बीएन कॉलेजिएट स्कूल में एक चापाकल लगा हुआ है। लेकिन वहां पर साबुन या हैंडवाश किट नहीं है। शहर के कई स्कूलों का यही हाल है।
लापरवाही
- जिले के स्कूलों में कोरोना से बचाव के लिए बनाया जाना था हैंडवाश स्टेशन
- स्कूल खुलने पर बच्चों को हाथ धोने की करनी है व्यवस्था
विद्यालयों को नहीं किया गया सेनेटाइज
स्कूल सेनेटाइज भी नहीं किये जा रहे हैं। प्रतियोगिता परीक्षा के लिए जिन स्कूलो में केंद्र बनाया गया था, वहां सैनेटाइजेशन हुआ है। बाकी स्कूलों को सेनेटाइज नहीं किया गया है। माध्यमिक विद्यालय बोरिंग रोड को एक बार भी सेनेटाइज नहीं किया गया है। स्कूल की प्राचार्य नीना कुमारी ने बताया कि स्कूल को अभी तक सेनेटाइज नहीं किया गया है।
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