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बिहार के प्राइवेट आईटीआई को मिलेगी केंद्र सरकार की ओर से सहायता

कोरोना काल में आर्थिक संकट से जूझ रहे बिहार के निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) को वित्तीय सहायता मिल सकती है। प्राइवेट आईटीआई संघ की मांग पर केंद्र सरकार ने राज्य के 1201 आईटीआई को वित्तीय...

Pankaj Vijay हिन्दुस्तान ब्यूरो, पटनाWed, 3 June 2020 08:01 AM
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कोरोना काल में आर्थिक संकट से जूझ रहे बिहार के निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) को वित्तीय सहायता मिल सकती है। प्राइवेट आईटीआई संघ की मांग पर केंद्र सरकार ने राज्य के 1201 आईटीआई को वित्तीय मदद देने की कवायद शुरू कर दी है। कितनी और कैसे सहायता दी जाए, इस पर केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर राय मांगी है। बिहार सरकार से सुझाव मिलते ही आईटीआई को सहायता राशि दी जाएगी। इसका लाभ 28 हजार से अधिक कर्मियों को मिलेगा। 

बीते दिनों प्राइवेट आईटीआई एसोसिएशन ने वित्तीय सहायता के लिए केंद्र व राज्य सरकार को पत्र लिखा था। संघ ने कहा था कि छह महीने तक आईटीआई की गतिविधियां सही तरीके से नहीं चल रही हैं। छात्र पैसा देने में असमर्थ हैं। जबकि इन आईटीआई में विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार छह महीने का खर्च 183 करोड़ आ रहा है। प्रति विद्यार्थी लगभग 18 हजार के खर्च के हिसाब से अगर आधी राशि यानी नौ हजार भी वित्तीय सहायता के तौर पर मिल जाए तो आईटीआई से जुड़े कर्मियों को वेतन देने में सुविधा होगी। ऐसा नहीं होने पर पढ़ाने या गैर शिक्षण कार्य करने वाले  28 हजार 188 परिवारों के समक्ष भूखमरी की नौबत आ जाएगी। 

संघ की इस मांग पर प्रशिक्षण महानिदेशालय, नई दिल्ली ने वित्त मंत्रालय को पत्र भेज दिया। वित्त मंत्रालय ने मुख्य सचिव को पत्र भेजकर पूछा है कि आईटीआई को चलाने के लिए कितनी सहायता दी जाए जो उपयुक्त होगी।  एक वरीय अधिकारी के अनुसार केंद्र से मिले पत्र का अध्ययन हो रहा है। अधिकारियों ने कहा कि अगर केंद्र सरकार आईटीआई को सहायता देना चाहती है तो बिहार को इस पर कोई आपत्ति नहीं होगी। 

एक नजर में
- 1201 प्राइवेट आईटीआई हैं बिहार में
- 1201 प्राचार्य इसमें काम कर रहे हैं
- 23384 इंस्ट्रक्टर आईटीआई में पढ़ा रहे
- 3603 नन-टीचिंग स्टाफ इसमें हैं कार्यरत 

होम सेंटर परीक्षा की मांग
कोरोना काल में आईटीआई की परीक्षा होम सेंटर पर लेने की मांग जोर पकड़ने लगी है। प्राइवेट आईटीआई संचालकों ने इस बाबत डीजीटी को पत्र लिखकर कहा है कि कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूरी है। यह तभी हो सकता है जब आईटीआई की परीक्षा होम सेंटर पर हो। सीबीएसई परीक्षा का हवाला देते हुए कहा गया है कि कई ट्रेडों की परीक्षा होम सेंटर पर होती है तो कोरोना काल में सभी ट्रेडों की परीक्षा होम सेंटर पर ही कराए जाने की मांग पर सकारात्मक रूप से विचार करना चाहिए। 

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