बिहार : टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज, दस घायल, सातवें चरण के शिक्षक नियोजन की मांग को लेकर प्रदर्शन
सातवें चरण के शिक्षक नियोजन की मांग को लेकर टीईटी अभ्यर्थियों ने शनिवार को कारगिल चौक पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी जब सचिवालय की ओर जाने के लिये आगे बढ़े तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
सातवें चरण के शिक्षक नियोजन की मांग को लेकर टीईटी अभ्यर्थियों ने शनिवार को कारगिल चौक पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी जब सचिवालय की ओर जाने के लिये आगे बढ़े तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। पुलिस और अभ्यर्थियों के बीच पहले बहस हुई। इसके बाद प्रदर्शनकारी आगे बढ़ गये। यह देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर सभी को खदेड़ डाला। इसमें दस प्रदर्शनकारी घायल हो गए। चोटिल अभ्यर्थी पीएमसीएच समेत कई निजी अस्पताल में भर्ती हैं।
शनिवार को बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ के बैनर तले अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन में हर जिले से हजारों की संख्या में अभ्यर्थी पटना पहुंचे थे। संघ के उपाध्यक्ष मीके पाल और नितेश पांडेय ने बताया कि सातवें चरण की प्राथमिक शिक्षकों की बहाली की मांग को लेकर पिछले छह दिनों से आंदोलन चल रहा था। शिक्षा विभाग द्वारा जुलाई के अंतिम सप्ताह में सातवें चरण के शिक्षक नियोजन का शिड्यूल जारी करने की घोषणा की गई थी। लेकिन अभी तक जारी नहीं की गई। संघ के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव ने बताया कि अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया गया है। इस दौरान कुमार सत्यम सहित कई प्रदर्शनकारी चोटिल हुए हैं।
पुलिस ने किया गिरफ्तार: पुलिस ने मीकू पाल, ज्योति सिंघानिया समेत 14 शिक्षक अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया, जिसमें पांच महिला अभ्यर्थी भी शामिल हैं। प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव ने पुलिसिया कार्रवाई की कड़ी निंदा की है। कहा कि यदि एक सप्ताह के अंदर सातवें चरण का शिड्यूल जारी नहीं किया गया तो अभ्यर्थी आत्मदाह करेंगे। गांधी मैदान थानेदार अरुण कुमार ने बताया कि सभी को पीआर बांड पर देर शाम छोड़ दिया गया। वहीं राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने शिक्षक अभ्यर्थियों पर कारगिल चौक के नजदीक की गई लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की है।
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