बिहार सरकार ने UPSC प्रीलिम्स पास 24 लड़कियों को दिए थे 1-1 लाख, जानें कितनों का हुआ चयन
मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना के तहत बिहार की दो छात्राएं यूपीएससी में चयनित हुई हैं। दोनों ही पटना की रहने वाली हैं। इसमें दिप्ति मोहाली को 184वीं रैंक और कृति कामना को 417वीं रैंक प्राप्त हुई।
मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना के तहत बिहार की दो छात्राएं यूपीएससी में चयनित हुई हैं। दोनों ही पटना की रहने वाली हैं। इसमें दिप्ति मोहाली को 184वीं रैंक और कृति कामना को 417वीं रैंक प्राप्त हुई। दिप्ती सामान्य वर्ग से, जबकि कृति पिछड़ा वर्ग में चयनित हुई हैं। बता दें कि इन्हें महिला एवं बाल विकास निगम बिहार की ओर से मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना के तहत सिविल सेवा प्रोत्साहन राशि दी गयी थी। निगम कार्यालय की मानें तो इस बार यूपीएससी की संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा में उत्तीर्ण महिला अभ्यर्थियों से प्राप्त आवेदनों में 24 महिलाओं का चयन किया गया था। इसमें दो महिला अभ्यर्थियों को सफलता मिली है।
हर साल यूपीएससी व बीपीएससी के प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए आर्थिक मदद दी जाती है। राज्य सरकार की ओर से महिला एवं बाल विकास निगम के माध्यम से सामान्य वर्ग, आर्थिक रूप से कमजोर व पिछड़ा वर्ग की महिला उम्मीदवारों को मदद मिलती है। इसके तहत यूपीएससी के मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए एक लाख व बीपीएससी मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए 50 हजार रुपये की राशि दी जाती है।
जानें क्या होती है सहायता राशि पाने की योग्यता
- आमतौर पर यूपीएससी प्री रिजल्ट आने के बाद इस योजना का लाभ पाने का फॉर्म निकलता है।
- इसके लिए बिहार राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- बिहार सरकार में एससी, एसटी वर्ग श्रेणी में नहीं आनी चाहिए।
- यूपीएससी पीटी पास हो।
- किसी भी अभ्यर्थी को सिविल सेवा प्रोत्साहन राशि योजना का लाभ एक ही बार दिया जाएगा।
- पहले से किसी सरकारी वित्त संपोषित संस्थान की सेवा में कार्यरत अभ्यर्थी को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।