बिहार : पहली बार ओएमआर सीट पर हुई नौवीं की परीक्षा
नौवीं की वार्षिक परीक्षा शनिवार से शुरू हो गई। पहले दिन बीपीएससी परीक्षा होने के कारण 31 स्कूलों में परीक्षा सुबह सात बजे शुरू हुई। वहीं, दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर दो बजे के बाद ली गई। अन्य स्कूलों...
नौवीं की वार्षिक परीक्षा शनिवार से शुरू हो गई। पहले दिन बीपीएससी परीक्षा होने के कारण 31 स्कूलों में परीक्षा सुबह सात बजे शुरू हुई। वहीं, दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर दो बजे के बाद ली गई। अन्य स्कूलों में परीक्षा पहले दिन शांतिपूर्ण रही। पहली बार ओएमआर पर यह परीक्षा ली गई। ताकि नौवीं कक्षा से ही छात्रों को ओएमआर का अभ्यास हो सके। परीक्षा में राज्य भर से लगभग 14 लाख विद्यार्थी शामिल हुए।
पटना की बात करें तो लगभग 60 हजार विद्यार्थी इसमें शामिल हुए। पहले दिन विज्ञान और गणित विषय की परीक्षा ली गयी। नेत्रहीन विद्यार्थियों से विज्ञान के बदले संगीत और गणित के बदले गृह विज्ञान की परीक्षा ली गयी। आगे की परीक्षा 28 फरवरी, दो और तीन मार्च को ली जायेगी। वहीं ऐच्छिक विषय की प्रायोगिक परीक्षा चार मार्च को ली जायेगी। परीक्षा में जितने छात्र उपस्थित हो रहे हैं, इसका डेटा लिया जा रहा है। बोर्ड की मानें तो परीक्षा के दौरान हर दिन छात्रों की उपस्थिति को दर्ज किया जायेगा। इसकी जानकारी परीक्षा समाप्त होने के बाद विषय वार स्कूलों को देनी है। इससे बोर्ड को पता रहेगा कि वार्षिक परीक्षा में कितने छात्र शामिल हुए। जितने छात्र परीक्षा में शामिल होंगे, उन्हीं को दसवीं बोर्ड में परीक्षा फॉर्म भरने की अनुमति दी जायेगी।
नई व्यवस्था
● उपस्थित के साथ अनुपस्थित विद्यार्थियों का तैयार हो रहा डेटा
● परीक्षा में राज्य भर से लगभग 14 लाख विद्यार्थी शामिल हुए
फर्जी छात्र नहीं हो पाएंगे शामिल
इस व्यवस्था से उम्र कम करके मैट्रिक परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को पकड़ा का सकेगा। क्योंकि बोर्ड के पास नौवीं परीक्षा में शामिल सभी छात्रों का डेटा रहेगा। ऐसे में अगर कोई स्कूल किसी अन्य छात्र को फॉर्म भरवाते हैं तो इसे तुरंत पकड़ा जा सकेगा। फर्जी छात्रों पर लगाम लगाने के लिए बोर्ड द्वारा यह किया गया है।
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