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Bihar Boars 12th Science Topper: आंगनवाड़ी सेविका का बेटा बना साइंस स्ट्रीम का टॉपर, गांव में रहकर की थी तैयारी

Bihar Boars 12th Science Topper: बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) ने कक्षा 12वीं के परिणाम की घोषणा कर दी है।  इस साल साइंस स्ट्रीम में 83.7%  छात्र पास हुए हैं। वहीं अंशुल कुमार (468)...

Priyanka Sharma निज संवाददाता, मखदुमपुरWed, 16 March 2022 10:56 PM
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Bihar Boars 12th Science Topper: बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) ने कक्षा 12वीं के परिणाम की घोषणा कर दी है।  इस साल साइंस स्ट्रीम में 83.7%  छात्र पास हुए हैं। वहीं अंशुल कुमार (468) 93.6% अंक हासिल कर 5वां स्थान हासिल किया है। आइए जानते हैं उनके बारे में।

अगर लक्ष्य पाने का जज्बा हो तो विपरीत परिस्थिति में भी सफलता मिल जाती है। प्रखंड के इक्किल इंटर विद्यालय का छात्र अंशु कुमार ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया है। उन्होंने गांव में रहकर सेल्फ स्टडी के बदौलत यह सफलता हासिल की है।

तीन साल पहले उनके पिता का निधन ब्रेन हेमरेज से हो गया था। जो मिडिल स्कूल में नियोजित शिक्षक थे । उस परिस्थिति में परिवार के सामने समस्याओं का पहाड़ खड़ा हो गया था, लेकिन विपरीत परिस्थिति में भी उसकी मां सुषमा देवी ने हिम्मत नहीं हारी।

आंगनवाड़ी सेविका के कार्य करते हुए भी उन्होंने अपने बच्चे की पढ़ाई में कोई कमी नहीं होने दी। अंशुल कुमार मूल रूप से स्कूल के निकट का गांव विष्णुपुर का रहने वाले हैं। उन्होंने  अपने गांव में रहकर इंटर की परीक्षा की तैयारी की है। उन्होंने बताया कोरोना वायरस के कारण दो साल से स्कूल बंद थे, जिस वजह से पढ़ाई में काफी परेशानी आई।

उन्होंने कहा, स्कूल में साइंस के शिक्षकों की कमी थी। जिसके बाद स्कूल के शिक्षकों का मार्गदर्शन और ऑनलाइन कोचिंग का सहारा लिया। अंशुल ने 10वीं तक की पढ़ाई सिमुलतला उच्च विद्यालय से की थी।

सिमुलतला विद्यालय में उसे अच्छा मार्गदर्शन मिला, जिसका लाभ उन्हें 12वीं की पढ़ाई में भी मिला।
उन्होंने बताया कि उनके पिता उन्हें डॉक्टर बनाना चाहते थे। मैं उनके सपनों के अनुसार मेडिकल की तैयारी कर रहा हूं। और मेरा लक्ष्य एक अच्छा डॉक्टर बनना है। डॉक्टर बनने के बाद में सेवा भावना से देश सेवा करना चाहता हूं।

अंशुल की सफलता सूचना मिलने पर गांव में खुशी का माहौल है। परिवार और गांव के लोग बधाइयां देने उनके घर पहुंच रहे हैं। स्कूल के केमिस्ट्री शिक्षक भानु उदय सिंह ने बताया कि अंशुल काफी शांत एवं मेहनती छात्र है। स्कूल बंद रहने के बाद भी वह फोन के माध्यम से कही भी दिक्कत होने पूछता रहता था।

 

 

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