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Bihar Board Matric Result 2019: नतीजे जारी, न लें टेंशन, ध्यान रखें ये 5 बातें

बोर्ड रिजल्ट से पहले और उसके बाद विद्यार्थियों पर तनाव हावी रहता है। पास ही नहीं बल्कि अच्छी परफॉर्मेंस का प्रेशर उन्हें सताता रहता है। जबकि सच तो यह है कि बोर्ड रिजल्ट आपके करियर की दिशा तय नहीं...

लाइव हिन्दुस्तान टीम नई दिल्लीSat, 6 April 2019 01:20 PM
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बोर्ड रिजल्ट से पहले और उसके बाद विद्यार्थियों पर तनाव हावी रहता है। पास ही नहीं बल्कि अच्छी परफॉर्मेंस का प्रेशर उन्हें सताता रहता है। जबकि सच तो यह है कि बोर्ड रिजल्ट आपके करियर की दिशा तय नहीं करते। पांच साल बाद यह कोई नहीं देखेगा कि आपके 10वीं या 12वीं बोर्ड परीक्षा में कितने मार्क्स आए थे, बल्कि देखा ये जाएगा कि आपने इसके बाद क्या किया है?  पेरेंट्स को चाहिए कि वह अपने बच्चों पर अनावश्यक दवाब न डालें। परीक्षा में खराब परफॉर्म करने पर अपने बच्चे की तुलना आसपास के बच्चों से न करें। बच्चों को नीचा दिखाने से उसका आत्मविश्वास का स्तर और घटेगा। ऐसी स्थिति में उन्हें समझाएं कि एक असफलता उनका करियर का फैसला नहीं कर सकती। भविष्य की ओर देखें, बीते हुए की ओर नहीं। पॉजिटिव सोचें। दुनिया में अवसरों की कमी नहीं। तनाव के इस रोग को पछाड़ने के लिए अभिभावकों और बच्चों को मिलकर इन सूत्रों पर काम करना चाहिए- 

1. बच्चों पर न बनाएं दबाव 
आने से पहले और बाद में छात्र-छात्राओं पर काफी दबाव रहता है। कई बार परिवार के सदस्यों के अलावा अन्य रिश्तेदार भी नतीजों को लेकर काफी उत्सुक रहते हैं। ऐसे में उनपर पहले से ज्यादा दबाव बन जाता है। इस कारणवश रिजल्ट आने से पहले बच्चों पर दबाव ज्यादा नहीं डालना चाहिए। परिजनों को चाहिए कि वे अपने बच्चों को अच्छे नंबर लाने के लिए दबाव नहीं बनाएं।

2. अन्य स्टूडेंट्स से कभी न करें तुलना
स्टूडेंट्स की तुलना अन्य छात्रों से सबसे ज्यादा रिजल्ट के समय ही की जाती है। परिजन पड़ोसियों के बच्चों से अपने बच्चे के नंबर की तुलना करते हैं। इससे स्टूडेंट्स पर और दबाव पड़ता है। परिजनों को ऐसा नहीं करना चाहिए।

3. न करें बच्चों को हताश
बच्चों को रिजल्ट के दौरान हताश करना उनके लिए और दबाव बढ़ाने जैसा हो सकता है। सभी अपने बच्चों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद रखते हैं लेकिन कई बार वे दबाव बढ़ाने लगते हैं। ऐसे में बच्चे हताश हो जाते हैं। 

4. खुद की प्रशंसा करना सीखें
अपनी गलतियों और भूलों के साथ खुद को स्वीकार करना सीखें। खुद से बातें करना इस दिशा में बेहतर साबित हो सकता है। और लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं, इसकी परवाह न करें।

5. अपनों से बातचीत करते रहें
रिजल्ट अच्छा आएगा या खराब इस बात की परवाह बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए। बल्कि ऐसा सोचना चाहिए कि कई दूसरे कामों में भी बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। अपनों से बातचीत करते रहें। मन में कोई भी बात आ रही है तो मां, बड़ी बहन या दोस्त को शेयर करें।

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