Bihar Board 10th Result: बिहार बोर्ड मैट्रिक कॉपियां चोरी मामला- गोपालगंज स्कूल के स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में छेद ही छेद
एसएस गर्ल्स प्लस टू स्कूल में सुरक्षा में छेद से मैट्रिक की कॉपियां गायब हो गईं। कॉपियों के गायब होने के मामले में अबतक की तफ्तीश व तस्वीर तो यही बता रही है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की प्रारंभिक...
एसएस गर्ल्स प्लस टू स्कूल में सुरक्षा में छेद से मैट्रिक की कॉपियां गायब हो गईं। कॉपियों के गायब होने के मामले में अबतक की तफ्तीश व तस्वीर तो यही बता रही है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आयी है कि मैट्रिक की कॉपियां जिस स्ट्रांग रूम में रखी गईं थीं, उसे सील नहीं किया गया था।
कॉपियों को रखने के बाद बस उसमें ताला लटका दिया गया था। जब, बिहार बोर्ड की ओर मांगी गईं कॉपियां कर्मचारियों को सौंपी गईं, इसके बाद स्ट्रांग रूम कहे जाने वाले कमरे के ताले को सील किया गया। उधर, प्राचार्य ने जब कॉपियों की चोरी को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई और इसके बाद जांच शुरू हुई तो चहुंओर सुरक्षा में छेद ही छेद नजर आया। .
स्ट्रांग रूम के पास न सीसीटीवी कैमरा लगा था और न कोई इसकी देखरेख करने वाला था। प्रारंभिक जांच में सुरक्षा में चूक की बात सामने आ रही है। वैसे, दूसरी ओर एक बड़ी साजिश की बात भी कही जा रही है।
नहीं मांगी जातीं कॉपियां तक सामने नहीं आती बात
अगर बोर्ड वेरिफिकेशन के लिए कॉपियों की मांग नहीं करता तो शायद ही एसएस गर्ल्स प्लस टू स्कूल से 42 हजार से अधिक कॉपियों के गायब हो जाने की बात सामने आती। यह चर्चा बुधवार को लोग करते रहे। लोगों का कहना था कि अगर बिहार बोर्ड वेरिफिकेशन के लिए मेधावी छात्रों की 12 कॉपियों की मांग प्राचार्य से नहीं करता तो शायद ही कॉपियों के गायब होने की बात सामने आती। उल्लेखनीय है कि जब बोर्ड के कर्मी प्राचार्य से कॉपियां लेने पहुंचे तो उन्हें वे तीन कॉपियां नहीं दे सके। कर्मियों के जाने के बाद प्राचार्य ने नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई जिसमें उन्होंने 213 बैग उत्तरपुस्तिकाएं व एडवांस मैथ्स की 61 व इकोनॉमिक्स की 44 उत्तरपुस्तिकाएं गायब होने की बात बताई। उन्होंने इन कॉपियों की चोरी का आरोप आदेशपाल छठू सिंह व रात्रि प्रहरी आसपूजन सिंह समेत अन्य शिक्षकेत्तर कर्मचारियों पर लगाया था।
स्कूल में आयोजित सत्संग व भंडारे में उमड़ी थी भीड़
गोपालगंज। मैट्रिक की कॉपियों के गायब होने का मामला सामने आने के बाद एसएस गर्ल्स प्लस टू स्कूल में भंडारे के आयोजन को लेकर भी चर्चा हो रही है। बताया गया है कि रामाश्रम सत्संग गाजियाबाद की गोपालगंज शाखा के प्रभारी ने एसएस गर्ल्स प्लस टू स्कूल में 15 से 17 जून के बीच भंडारे के आयोजन व शांति व सुरक्षा व्यवस्था के लिए स्कूल के प्राचार्य को 15 अप्रैल व व सदर एसडीओ 5 जून को आवेदन दिया था। प्राचार्य व एसडीओ को दिए आवेदन में प्रभारी ने 14 जून से ही श्रद्धालुओं के आने की बात कही थी। साथ ही जानकारी दी थी कि आठ सौ से एक हजार तक श्रद्धालु भंडारे में भाग ले सकते हैं। प्रभारी के आवेदन पर एसडीओ ने शांति व सुरक्षा व्यवस्था के लिए गोपालगंज के श्रम परिवर्तन पदाधिकारी किशुनदेव साह को मजिस्ट्रेट के रूप में प्रतिनियुक्त किया था।
वहीं, पुलिस बल की भी तैनाती की बात कही थी। बताया जाता है कि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार श्रद्धालु 14 जून से ही एसएस गर्ल्स प्लस टू स्कूल में पहुंचने लगे थे। सत्संग के साथ भंडारे में शामिल होने के लिए यहां चार दिनों तक श्रद्धालुओं की भीड़ रही।
कबाड़ी के यहां बेच
एसएस गर्ल्स प्लस टू स्कूल के स्ट्रांग रूम से कॉपियों की चोरी की घटना के बाद तरह-तरह के कयास लगने शुरू हो गए हैं। लोगों में यह चर्चा है कि कबाड़ी के यहां तो कॉपियों को नहीं बेच दिया गया। वहीं कुछ लोग यह चर्चा कर रहे हैं कि स्कूल कर्मियों ने कॉपियों या किसी दूसरे ने इसेजला तो नहीं दिया। तमाम कयासों के बीच पुलिस की टीम सभी पहलुओं पर गंभीरता से जांच कर रही है।
भूमिगत हुए शिक्षा माफिया
मैट्रिक की कॉपियां चोरी होने के बाद शुरू हुई जांच व छापेमारी के बाद शिक्षा माफिया भूमिगत हो गए हैं। कॉपी चोरी प्रकरण में शिक्षा माफियाओं का हाथ होने की बातें भी लोग कर रहे हैं। बुधवार को ऐसी चर्चा रही कि जांच व छापेमारी शुरू होने के बाद कथित शिक्षा माफिया भूमिगत हो गए हैं। उल्लेखनीय है कि एसएस गर्ल्स प्लस टू स्कूल से कॉपी की चोरी हो जाने की जानकारी होने के बाद इस बात की चर्चा कर रहे थे कि कॉपियों की जांच के दौरान शिक्षा माफियाओं ने शहर में डेरा डाला था।
किस तारीख को गायब हुईं कॉपियां
मैट्रिक की कॉपियों के मूल्यांकन के बाद आखिर किस तारीख को कॉपियां गायब हुईं। इसकी तफ्तीश पुलिस कर रही है। पुलिस मूल्यांकन के बाद पांच अप्रैल से लेकर 17 जून तक स्कूल में कब, क्यों व कैसे घटना हुआ। इसकी जानकारी जुटाने में लगी है। पुलिस का कहना है कि जानकारी मिलने के बाद ही इस मामले का खुलासा हो सकेगा। बता दें कि शिक्षा माफियों तक पहुंचने के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है।
आखिर कैसे स्ट्रांग रूम से बाहर निकलीं कॉपियां
शहर के एसएस गर्ल्स प्लस टू स्कूल के स्ट्रांग रूम से मैट्रिक की करीब 43 हजार कॉपियों के गायब होने की घटना के बाद तरह-तरह चर्चा हो रही है। वहीं, पुलिस भी हर बिंदु पर जांच कर रही है। आखिर कैसे स्ट्रांग रूम से कॉपियां बाहर निकल गईं। कॉपियों को स्ट्रांग रूम से बाहर निकालने में कौन-कौन लोग शामिल थे। कॉपियों के गायब होने के बाद से पुलिस के जेहन में यह भी सवाल उठने लगा है कि 43 हजार कॉपियों को गायब करने में सिर्फ नाइट गार्ड व आदेशपाल का हाथ नहीं हो सकता। इस घटना को अंजाम देने में अन्य कई लोग भी शामिल होंगे। क्योंकि 43 हजार कॉपियों को स्ट्रांग रूम से बाहर निकालने में दर्जनभर से अधिक लोग शामिल हुए होंगे। पुलिस को यह भी शक है कि कॉपियों को गायब करने में किसी बड़े शिक्षा माफिया का हाथ हो सकता है।
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