बिहार बोर्ड 10वीं रिजल्ट 2022: मेरिट लिस्ट में इस बार जमुई का जलवा
पहली बार जमुई जिले से सबसे ज्यादा छह विद्यार्थी बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा टॉपर सूची में शामिल हुए हैं। औरंगाबाद और समस्तीपुर जिले से चार-चार विद्यार्थियों ने मेधा सूची में जगह बनाई है।
बिहार बोर्ड मैट्रिक रिजल्ट में एक बार फिर छोटे जिलों के बच्चों ने कमाल कर दिखाया है। जमुई जिले से सबसे ज्यादा छह छात्र और छात्राओं ने मेधा सूची में जगह बनाई है। इस जिला के उत्क्रमित हाईस्कूल मिरालगंज अलीगंज का छात्र सुसेन कुमार को टॉप-5 में पांचवां स्थान मिला है। वहीं जमुई जिले के पांच छात्रों ने टॉप-छह से टॉप-10 के बीच जगह बनाई है।
बिहार बोर्ड की मानें तो पहली बार इस जिले से सबसे ज्यादा विद्यार्थी टॉपर सूची में शामिल हुए हैं। औरंगाबाद और समस्तीपुर जिले से चार-चार विद्यार्थियों ने मेधा सूची में जगह बनाई है। औरंगाबाद के इपटेल हाईस्कूल की छात्रा रामायणी रॉय राज्यभर में पहले स्थान पर है। वहीं औरंगाबाद के उत्क्रमित हाईस्कूल बाजार वर्मा स्कूल की छात्रा प्रज्ञा कुमारी ने राज्यभर में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। समस्तीपुर के उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्र निखिल कुमार ने मेधा सूची में पांचवां स्थान प्राप्त किया है। इसके अलावा किशनगंज, सहरसा, गोपालगंज, बांका, कैमूर जिले के छात्रों ने भी मेधा सूची में जगह बनाई है। अगर हम बात बड़े जिलों की करें तो पटना जिले से तीन और भागलपुर जिले से तीन विद्यार्थियों ने ही मेधा सूची में जगह बनाई। वहीं, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधेपुरा, छपरा आदि जिले इस बार मेधा सूची से बाहर रहे। किशनगंज, सहरसा, मधुबनी, रोहतास, गोपालगंज, पश्चिम चंपारण, सारण, बांका, कैमूर से एक-एक टॉपर मेधा सूची में शामिल हैं।
मेधा सूची में शामिल जिलावार छात्र
जिला छात्र
जमुई 06
औरंगाबाद 04
नवादा 02
समस्तीपुर 04
भोजपुर 03
भागलपुर 03
शिवहर 03
नालंदा 02
मुंगेर 03
गया 02
लखीसराय 02
पटना 03
10वीं रैंक में इस बार 16 छात्र-छात्राओं ने बनाई जगह
टॉप-10 में इस बार 16 छात्रों ने जगह बनायी है। पिछले साल 10वीं रैंक में 32 विद्यार्थी शामिल थे। वहीं इसके बाद छठी रैंक में आठ विद्यार्थी शामिल हुए है। इन सभी को एक जैसे अंक मिले हैं। विद्यार्थियों की मेहनत का असर है कि पिछले चार साल से मेधा सूची में छात्रों की संख्या बढ़ रही है। इस बार 2020 की तुलना में छह विद्यार्थी अधिक मेधा सूची में शामिल हुए हैं। 2020 में टॉप-10 में कुल 41 विद्यार्थी शामिल हुए थे। 2021 के रिजल्ट में टॉप-10 में 101 छात्र शामिल हुए थे। वहीं अगर 2019 की बात करें तो टॉप-15 में 50 छात्र शामिल हुए थे।
नामांकन में विद्यार्थियों को मिलेगा फायदा
टॉपरों के पास प्रतिशत बढ़ने का फायदा छात्रों को 11वीं के नामांकन में होगा। वे मनचाहे स्कूल या कॉलेज में नामांकन ले पायेंगे। अभी तक मेधा सूची तो तैयार होती थी, लेकिन छात्रों का पास प्रतिशत 94 से 95 फीसदी तक ही रह पाता था। लेकिन इस बार टॉपरों के अंक में अच्छा इजाफा हुआ है। इस बार भी सबसे बेहतर रिजल्ट द्वितीय श्रेणी का रहा। द्वितीय श्रेणी में पांच लाख 10 हजार 411 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। इस बार 16 लाख 11 हजार 099 परीक्षार्थी शामिल हुए। इनमें 12 लाख 86 हजार 971 (79.88 फीसदी) सफल हुए है।
टॉपरों के बीच इस बार रही कड़ी प्रतिस्पर्धा
मैट्रिक की मेधा सूची में इस बार 47 टॉपर शामिल हैं। इनके बीच अंकों की कड़ी प्रतिस्पर्धा हुई है। टॉपरों को प्राप्त अंकों के बीच प्वाइंट का अंतर रहा है। प्रथम श्रेणी प्राप्त पटेल हाईस्कूल दाउदनगर औरंगाबाद की रामायणी रॉय को 97.40 फीसदी अंक मिले। वहीं दूसरे स्थान पर रहीं प्रोजेक्ट गर्ल्स हाईस्कूल रजौली (नवादा) की सानिया कुमारी और न्यू अपग्रेड हाई स्कूल सिधाप परसाही लदानिया मधुबनी के छात्र विवेक कुमार को 97 फीसदी अंक प्राप्त हुए। प्रथम और द्वितीय स्थान के बीच .2 फीसदी अंक का अंतर रहा। वहीं दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे टॉपरों के बीच भी .2 फीसदी का अंतर रहा। इस बार मेधा सूची में शामिल टॉप-5 की बात करें तो 97.40 फीसदी से 96.6 फीसदी अंक प्राप्त हुए हैं।
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