BHMS : यहां बनेगा सरकारी होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज, बीएचएमस की 60 सीटों से होगी शुरुआत
उत्तराखंड का पहला सरकारी होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज डोईवाला में बनेगा। होम्योपैथी विभाग की ओर से इसका प्रस्ताव आयुष मंत्रालय को भेज दिया गया है। यहां पहले साल 60 सीटों से शुरूआत की जाएगी।
उत्तराखंड का पहला सरकारी होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज डोईवाला के माजरी ग्रांट में बनेगा। होम्योपैथी विभाग की ओर से इसका प्रस्ताव आयुष मंत्रालय एवं भारत सरकार को भेज दिया गया है। यहां पहले साल 60 सीटों से शुरूआत की जाएगी। बता दें कि प्रदेश में अभी दो निजी होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज हैं। निदेशक होम्योपैथी डा. जेएल फिरमाल ने बताया कि बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएचएमएस) की 60 सीटों से शुरुआत की जाएगी, इसे 100 तक ले जाया जाएगा। प्रदेश में 900 से ज्यादा सरकारी एवं निजी डॉक्टर पंजीकृत है एवं 148 डिस्पेंसरिया संचालित हैं। कॉलेज का छह करोड़ 72 लाख रुपये का बजट है। तीन हेक्टेयर जगह चिह्नित कर ली गई है। सभी जिला होम्योपैथी अधिकारियों को सोमवार को होम्योपैथी दिवस मनाए जाने के लिए निर्देशित किया है।
गंभीर बीमारियों में भी कारगर मीठी गोलियां उत्तराखंड होम्योपैथिक मेडिकल एसोसिएशन डा. प्रणव ममगाईं, डॉ. सचिन राजपूत, डॉ. विनीत काला ने कहा कि होम्योपैथिक मीठी गोलियों से गंभीर बीमारियों का इलाज संभव है। इनका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं है। होम्योपैथी का रूझान तेजी से लोगों में बढ़ा है। बीमारियों को जड़ से खत्म करने के लिए दवाओं का पूरा कोर्स करना पड़ता है। अधूरे इलाज से दोबारा बीमारी उभर आती है। गठिया, त्वचा, मानसिक, महिलाओं, पेट, गुर्दे संबंधी समेत अन्य बीमारियों में होम्योपैथिक गोलियों से इलाज कारगर है। कोरोनाकाल में संक्रमण रोकने में होम्योपैथी की आर्सेनिक 30 सी काफी कारगर साबित हुई।
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