BAMS : परिणाम से पहले बीएएमएस रिजल्ट शीट लीक, वसूली के लगे आरोप
रुहेलखंड विश्वविद्यालय में परीक्षा परिणाम की गोपनीयता में सेंध लगती नजर आ रही है। गुरुवार को सोशल मीडिया पर बीएएमएस तृतीय वर्ष की रिजल्ट शीट वायरल हो गई। 14 पेज की इस शीट में 52 छात्रों के अंक हैं
रुहेलखंड विश्वविद्यालय में परीक्षा परिणाम की गोपनीयता में सेंध लगती नजर आ रही है। गुरुवार को सोशल मीडिया पर बीएएमएस तृतीय वर्ष की रिजल्ट शीट वायरल हो गई। 14 पेज की इस शीट में 52 छात्रों के अंक हैं। आरोप है कि एजेंसी से जुड़े कर्मचारी रिजल्ट घोषित होने से पहले ही लीक शीट के जरिये छात्रों से पास करने के नाम पर वसूली कर रहे हैं। विश्वविद्यालय ने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है।
गुरुवार को सोशल मीडिया पर बीएएमएस तृतीय सेमेस्टर सप्लीमेंट्री/बैक परीक्षा की रिजल्ट शीट वायरल हुई। इस रिजल्ट शीट में प्रिंट डेट 9 अगस्त और समय 11:09 बजे पड़ा हुआ है। इस शीट पर डब्ल्यूटीएम आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल फतेहपुर माफी, अमरोहा के 52 छात्रों के विषय वार अंक दर्ज हैं। आरोप है कि यह रिजल्ट शीट विश्वविद्यालय में कार्यरत एजेंसी के किसी कर्मचारी ने लीक की है। इस सीट में आश्चर्यजनक रूप से 52 में से 48 छात्र फेल हैं। आरोप है कि इन छात्रों को यह शीट दिखाकर उनसे वसूली की जा रही है। पैसे लेकर फेल छात्रों को पास करने का खेल चल रहा है। बीते दिनों समाजवादी फ्रंटल संगठनों के पदाधिकारी ने परीक्षा नियंत्रक से इसकी शिकायत की थी मगर उसे समय उनकी बात को सिरे से खारिज कर दिया गया। गुरुवार को वायरल सीट से आरोपों को बल मिल रहा है।
दो जगह तैयार होती है अंकों की शीट
विश्वविद्यालय में कापियों की चेकिंग के बाद अंकों के दो चार्ट (शीट) तैयार होते हैं। एक चार्ट एजेंसी तैयार करती है जबकि दूसरा चार्ट विश्वविद्यालय का गोपनीय विभाग तैयार करता है। बताया जा रहा है कि विश्वविद्यालय का चार्ट अभी तैयार नहीं हुआ है। दोनों चार्ट तैयार होने के बाद उसमें मिलान किया जाता है। करेक्शन के बाद फिर रिजल्ट घोषित किया जाता है। इससे पहले ही एक शीट का वायरल होना कहीं न कहीं बड़ी गड़बड़ी का संकेत दे रहा है।
सौदेबाजी का ऑडियो भी हुआ वायरल
गुरुवार को रिजल्ट शीट के साथ-साथ सौदेबाजी का एक ऑडियो भी वायरल हुआ है। इसमें कोई व्यक्ति छात्र से पैसे लेकर पास करने की बात कर रहा है। हालांकि हिन्दुस्तान समाचार पत्र इस ऑडियो की सत्यता के बारे में कोई भी दावा नहीं करता है।
लगातार लग रही है गोपनीयता में सेंध
छात्र नेता गजेंद्र कुर्मी ने कहा कि विश्वविद्यालय की गोपनीयता में लगातार सेंध लग रही है मगर अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं। इसमें मिलीभगत नजर आ रही है। एजेंसी की पहले भी कई शिकायत की गई है मगर कभी कोई कार्रवाई नहीं हुई। अभी तो सिर्फ एक शीट ही वायरल होकर प्राप्त हुई है। यदि सही से देखा जाए तो इस तरीके की कई शीट लीक हो चुकी हैं।
जांच कर दोषी के विरुद्ध करेंगे कार्रवाई
इस बारे में परीक्षा नियंत्रक संजीव कुमार सिंह ने कहा कि छात्र नेता पहले शिकायत लेकर आए थे मगर कोई ठोस सबूत नहीं मिला। अब रिजल्ट शीट के वायरल होने के बारे में पता चल रहा है। इसकी सत्यता की जांच कराई जाएगी। यदि वास्तव में इस तरीके की कोई गड़बड़ी हो रही है तो दोषी को चिन्हित कर उसके विरुद्ध कार्रवाई होगी।
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