Bal Diwas 2021: बच्चों को खुशनुमा माहौल देने की जरूरतः विशेषज्ञ
कोरोना से अपनों को खोने वाले बच्चों को उस दर्द से उबारने व बच्चों की जिंदगी को फिर से सामान्य बनाने के लिए शिक्षकों व अभिभावकों को बच्चों को खुशनुमा माहौल देने की जरूरत है। बच्चों से खुलकर बात करें।...
कोरोना से अपनों को खोने वाले बच्चों को उस दर्द से उबारने व बच्चों की जिंदगी को फिर से सामान्य बनाने के लिए शिक्षकों व अभिभावकों को बच्चों को खुशनुमा माहौल देने की जरूरत है। बच्चों से खुलकर बात करें। उन्हें अकेला बिल्कुल भी न छोड़ा। पढ़ाई का दबाव न बनाएं। यह कहना चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ममता जाजू और सफदरजंग अस्पताल के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. जुगल किशोर का है।
उन्होंने बताया कि कोरोना के माहौल में चुनौतियां जरूर है। लेकिन प्यार और दुलार से बच्चों को फिर से उनके पुराने स्वभाव में वापस लाया जा सकता है। इसके लिए बच्चे की देखरेख करने से लेकर उसको खुशनुमा माहौल देने की जरूरत है। बच्चे की मनपसंद का खाना बनाए। उसकी पसंद की जगह पर घूमाने ले जाए। जिन बच्चों ने अपने परिजनों को खोया है उनमें मानसिक अवसाद जरूर बढ़ा है। लेकिन सामान्य जिंदगी लाने के लिए अभिभावकों और शिक्षकों की भूमिका जरूरी है। स्कूल में शिक्षक ऐसे बच्चों का खास तौर पर ध्यान रखें। उन्हें अकेला बिल्कुल भी न छोड़े। ऑनलाइन शिक्षा ने बच्चों में चिड़चिड़ापन भी बढ़ाया है। लेकिन अब स्कूलों के खुलने से वह अपने पुरानी जीवन में लौट रहे है। स्कूलों में बच्चों की बढ़ती मौजदूगी इस बात का संकेत है कि उन्हें स्कूल जाना भी अच्छा लग रहा है।
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