इंटरव्यू लिस्ट में नाम नहीं, बन गए असिस्टेंट प्रोफेसर, इलाहाबाद विश्वविद्यालय की भर्ती में गड़बड़झाले का आरोप
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के दो पदों पर चयन को लेकर गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप है कि दो अभ्यर्थियों का नाम साक्षात्कार सूची में नहीं होने के बावजूद उनका चयन किया गया है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के दो पदों पर चयन को लेकर गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप है कि दो अभ्यर्थियों का नाम साक्षात्कार सूची में नहीं होने के बावजूद उनका चयन किया गया है। सोमवार को यह प्रकरण सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वाणिज्य विभाग में नियुक्ति के लिए चयनित 19 शिक्षकों का लिफाफा 26 जुलाई को कार्य परिषद की आपात बैठक में खोला गया था। बैठक दोपहर में हुई थी और इससे पूर्व तक इस विषय के लिए चयनित अभ्यर्थियों के इंटरव्यू हुए थे। इविवि इंटरव्यू के लिए चयनित अभ्यर्थियों की सूची अपनी वेबसाइट पर अपलोड करता है। इंटरव्यू के लिए चयनित अभ्यर्थियों की जो सूची वेबसाइट पर अपलोड की गई उसमें कुमार सौरभ और कोमल राघव का नाम नहीं था। 26 जुलाई को बैठक के बाद पीआरओ की ओर से चयनित अभ्यर्थियों के संबंध में जो विज्ञप्ति जारी की गई, उसमें इन दोनों का नाम है। दोनों को असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए चयनित किया गया है। इसे लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं।
वाणिज्य विभाग में शिक्षकों के रिक्त 28 पदों के सापेक्ष 19 शिक्षकों की नियुक्ति हुई है। इसमें प्रोफेसर के एक, एसोसिएट प्रोफेसर के चार और असिस्टेंट प्रोफेसर के 14 पदों पर नियुक्ति हुई है।
योग्य अभ्यर्थी न मिलने के कारण नौ पदों पर चयन नहीं हो सका, इसमें प्रोफेसर के दो, एसोसिएट प्रोफेसर के तीन और असिस्टेंट प्रोफेसर चार पद शामिल हैं।
अतिरिक्त अभ्यर्थी के तौर पर हुए थे शामिल पीआरओ
इविवि की पीआरओ प्रो. जया कपूर का कहना है कि इंटरव्यू में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं की गई है। प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है। इंटरव्यू के लिए चयनित अभ्यर्थियों की सूची वेबसाइट पर अपलोड होने के बाद आवेदन करने वाले अभ्यर्थी कटऑफ स्कोर के साथ स्क्रीनिंग कमेटी की टिप्पणी देखते हैं। यदि उन्हें लगता है की स्कोर जोड़ने में कहीं विसंगति है तो वे ग्रीवांस सेल में आवेदन करते हैं। ग्रीवांस कमेटी की ओर से पुनर्समीक्षा की जाती है और उनका दावा सही पाए जाने पर कुलपति की विशेष अनुमति से उनको अतिरिक्त अभ्यर्थी के तौर पर इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। वाणिज्य विभाग के अभ्यर्थियों ने भी ग्रीवांस सेल में आवेदन किया था। चार अभ्यर्थियों का आवेदन सही पाए जाने पर उनको इंटरव्यू में शामिल किया गया था।
कॉमर्स में सामान्य का एक पद रिक्त रखें
प्रयागराज। विधि संवाददाता। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में कॉमर्स एवं बिजनेस प्रशासन विभाग में सामान्य श्रेणी का एक पद रिक्त रखने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने कहा है कि यह चयन याचिका के निर्णय की विषयवस्तु होगा। कोर्ट ने मामले पर सुनवाई होने और इसकी जानकारी होने के बावजूद चयन प्रक्रिया अंतिम निर्णय लेने के लिए टिप्पणी की कि जब मामले की सुनवाई जारी है तो विवि कार्य परिषद को अंतिम निर्णय लेने की जल्दी क्यों है।
यह आदेश न्यायमूर्ति सुभाष विद्यार्थी ने दिविशा अग्रवाल उर्फ दिविशा हरकौली की याचिका पर उनके अधिवक्ता देवांश मिश्र, राहुल अग्रवाल व सुदीप हरकौली और विश्वविद्यालय के अधिवक्ता प्रतीक चंद्रा को सुनकर दिया है। कोर्ट ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से याचिका पर जवाब मांगा है और अगली सुनवाई के लिए पांच अगस्त की तारीख लगाई है।
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