अजब-गजब! जवाब नहीं सूझा तो छात्र ने लिख दी राजा दशरथ की कहानी
UP Board Results 2024 : यूपी बोर्ड की परीक्षाएं पूरी होने के बाद अब उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य चल रहा है। मूल्यांकन में कुछ छात्रों की कॉपियों में उत्तर की जगह अजब-गजब कहानियां देखने को मिल
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन कर रहे कई शिक्षकों को प्रश्नों के अजीबो-गरीब उत्तर पढ़ने को मिल रहे हैं। वैसे तो यूपी बोर्ड ने मूल्यांकन केंद्रों पर स्मार्ट फोन ले जाने पर रोक लगा रखी है लेकिन कॉपियों पर कुछ ऊलजुलूल जवाब बाहर तक पहुंच जा रहे हैं। इंटरमीडिएट रसायन विज्ञान के प्रश्नपत्र में सवालों का जवाब नहीं सूझा तो एक छात्र ने राजा दशरथ और रानियों की कहानी लिख डाली।
छात्र ने कॉपी पर तीनों रानियों से कहानी शुरू की तो प्रभु श्रीराम के धनुषभंजन तक का वृतांत लिख डाला। इसी प्रकार एक अन्य प्रश्न के उत्तर में अनाप-शनाप जवाब लिखा है। विभिन्न प्रकार के विटामिन से होने वाली बीमारियों से संबंधित प्रश्न के जवाब में छात्र ने ए, सी, डी, ई और के तक विटामिन से पेट दर्द, कीड़ा या सरदर्द होने की बात लिखी है। एक कॉपी पर तो छात्र ने अपना दर्द ही उड़ेल डाला। लिखा है-‘सर जी मुझे विज्ञान वर्ग में कुछ नहीं आता है। मैं खुद जानता हूं कि पास होने लायक कुछ नहीं लिखा है। लेकिन मैं आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रहा हूं कि यदि आप मुझे पास कर देंगे तो भारतीय थल सेना में जा सकूंगा। मैं आपसे इतने अंकों की उम्मीद कर रहा हूं जिससे मैं पास हो जाऊं और ज्यादा कुछ नहीं। सर आप मुझे पास कर देना। सर मैं कसम से सच बोल रहा हूं मैं बहुत गरीब हूं, मुझे पास कर देना।’
शिक्षकों ने मूल्यांकन का किया बहिष्कार
राजकीय हाईस्कूल महंगाव वाराणसी के शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार की हत्या मामले में शिक्षक संगठनों के आह्वान पर शनिवार को प्रदेश के कई मूल्यांकन केंद्रों पर शिक्षकों ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की कॉपियां नहीं जांची। आंदोलित शिक्षक मृतक धर्मेन्द्र कुमार के आश्रित को दो करोड़ मुआवजा देने, हत्यारोपी सिपाही के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर समयबद्ध कठोरतम सजा दिलाने, मृतक शिक्षक की पत्नी को पेंशन के रूप में शेष सेवा तक पूर्ण वेतन देने और राजकीय हाईस्कूल महंगाव वाराणसी का नाम धर्मेन्द्र कुमार के नाम पर करने की मांग कर रहे हैं। शिक्षक नेताओं ने कहा कि मांगें पूरी होने तक मूल्यांकन का बहिष्कार जारी रहेगा। राजकीय शिक्षक संघ पांडेय गुट के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर पांडेय, बीपी सिंह गुट के महामंत्री रविभूषण, माध्यमिक शिक्षक संघ ठकुराई गुट के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी, एकजुट के संरक्षक डॉ. हरि प्रकाश यादव आदि ने प्रयागराज में सभी मूल्यांकन केंद्रों का दौरा किया सहयोग मांगा।
एक दिन में जांची 21.51 लाख कॉपियां
शिक्षकों के विरोध के बीच शनिवार को 10वीं-12वीं की 21,51,349 कॉपियों का मूल्यांकन हुआ। बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल के अनुसार 259 में से 17 केंद्रों पर मूल्यांकन प्रभावित हुआ और 242 केंद्रों पर कॉपियां जांची गईं। अब तक कुल दो करोड़ 85 लाख उत्तरपुस्तिकाओं के सापेक्ष 83.46 प्रतिशत कॉपियों का मूल्यांकन हो चुका है।
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