इलाहाबाद विश्वविद्यालय: पाठ्यक्रम में कटौती के बाद पढ़ने को मिलेंगे सभी पाठ्यक्रम, कम होंगे विस्तार
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कोरोना संक्रमण के कारण सत्र प्रभावित हो गया है। इसके चलते स्नातक में 30 और परास्नातक में 20 फीसदी पाठ्यक्रम में कटौती करने का निर्णय विश्वविद्यालय प्रशासन ने लिया है। इसे...
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कोरोना संक्रमण के कारण सत्र प्रभावित हो गया है। इसके चलते स्नातक में 30 और परास्नातक में 20 फीसदी पाठ्यक्रम में कटौती करने का निर्णय विश्वविद्यालय प्रशासन ने लिया है। इसे जल्द ही एकेडमिक काउंसिल की बैठक में रखा जाएगा। मंजूरी मिलने के बाद लागू कर दिया जाएगा। छात्र-छात्राओं को सभी पाठ्यक्रम पढ़ने को मिलेंगे लेकिन पाठ्यक्रमों का विस्तार कम होगा, ताकि कोर्स समय से पूरा करा लिया जाए।
हिन्दी में कटौती के बाद सभी साहित्यकार, कवियों की रचनाएं पढ़ने को मिलेंगी, लेकिन सभी कवियों की एक-एक रचना और साहित्य की कटौती की जाएगी। इसी तरह अन्य विभागों में पाठ्यक्रमों की कटौती की जाएगी।
विदित हो कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय एवं कॉलेजों में अध्ययनरत परास्नातक विषम सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं को प्रोन्नत कर दिया गया है। स्नातक द्वितीय एवं तृतीय वर्ष की परीक्षाएं 22 अप्रैल से ऑफलाइन मोड में कराई जाएंगी। पाठ्यक्रम में 30 फीसदी की कटौती की जाएगी। इसके अलावा स्नातक प्रथम वर्ष की परीक्षाएं अगस्त के पहले सप्ताह में प्रस्तावित हैं। पीजी पाठ्यक्रम में 20 फीसदी कटौती की जाएगी। परास्नातक प्रथम सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं की परीक्षाएं मई में कराई जाएंगी। इनके पाठ्यक्रम में 20 फीसदी की कटौती करने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा सम सेमेस्टर के तहत (चौथे, छठवें, आठवें और 10वें) सेमेस्टर की परीक्षाएं मई के पहले सप्ताह में कराई जाएंगी। इनके पाठ्यक्रम में भी 30 फीसदी कटौती का निर्णय लिया गया है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पीआरओ डॉ. जया कपूर ने बताया कि परीक्षा समिति द्वारा नए सत्र में छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया गया है। बिना पाठ्यक्रम के स्तर को प्रभावित किए इसमें कटौती की जाएगी।
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