AKTU : एकेटीयू कैरीओवर परीक्षा की उत्तर पुस्तिका में छात्र पास, रिजल्ट में फेल
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) में छात्रों को उत्तर पुस्तिका में पास होने के बावजूद रिजल्ट में फेल कर दिया गया है। कैरी ओवर परीक्षा देने वाले 63 हजार से ज्यादा छात्र फेल हो गए
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) में छात्रों को उत्तर पुस्तिका में पास होने के बावजूद रिजल्ट में फेल कर दिया गया है। दर्जनों छात्रों ने यह भी दावा किया कि उत्तर पुस्तिका का बिना मूल्यांकन ही नतीजा जारी कर दिया गया है। जिससे छात्र फेल हो गए। एकेटीयू में सम सेमेस्टर परीक्षा-2023 के दौरान कैरी ओवर परीक्षा देने वाले 1,19,539 छात्रों का रिजल्ट जारी किया गया। इसमें 55,565 विद्यार्थी पास हुए। जबकि 63 हजार से ज्यादा छात्र फेल हो गए।
परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजीव कुमार ने बताया कि कैरी ओवर परीक्षाओं में पास 55 हजार से अधिक विद्यार्थियों में से 10,787 छात्र-छात्राओं को डिवीजन भी अवार्ड कर दी है। जिसमें बीटेक के 7112, बीफार्मा के 1979 और एमबीए के 1426 विद्यार्थी शामिल हैं।
कैरी ओवर परीक्षाओं में फेल हुए विद्यार्थियों ने दावा किया है कि रीइवैल्यूशन के जरिए जब उत्तर पुस्तिकाओं को देखा गया तब उसमें कई तरह की खामियां सामने आई। छात्रों ने सोशल मीडिया के माध्यम से आरोप लगाया कि एकेटीयू ने उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किए बिना ही रिजल्ट जारी किया है। वहीं कई छात्रों ने उत्तर पुस्तिकाओं में पास होने के बावजूद फेल करने का आरोप दर्ज किया।
यूनिवर्सिटी में घुसने तक नहीं देते छात्रों का कहना है कि यूनिवर्सिटी में समस्या लेकर जाने पर अंदर घुसने तक नहीं दिया जाता है। जद्दोजहद कर यदि यूनिवर्सिटी के अंदर किसी तरह चले भी जाएं, उसके बावजूद वहां से सिर्फ आश्वासन ही मिलता है।
उत्तर पुस्तिका में लगाना होता है निशान परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजीव कुमार ने बताया कि कॉपी जांचने वाले शिक्षकों को हर पन्ने पर सही या गलत का निशान लगाना होता है। इसके बाद मूल्यांकन को दूसरा पन्ना आता है।
पीजी की मौखिक परीक्षा 22 व 23 को सत्र 2022-23 के एमटेक, एमफार्म और एमआर्क पाठ्यक्रम की मौखिक परीक्षा 22 और 23 नवंबर को आयोजित की जा रही है।
पॉवर प्लांट की तो उत्तर पुस्तिका जांची नहीं गईं
एमजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, लखनऊ के बैच 2019 बीटेक के एक छात्र ने बताया कि पावर प्लांट इंजीनियरिंग की उत्तर पुस्तिका को जांचा नहीं गया। रीइवैल्यूशन के लिए जब 300 रुपए जमा करके कॉपी आई तो उसमें 20 से ज्यादा पन्नों पर जांचने के निशान नहीं थे।
उत्तर पुस्तिका देखी तो अंक जोड़ने पर पास था
रायबरेली के फिरोज गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के बीटेक के एक छात्र ने बताया कि कंट्रोल सिस्टम के पेपर में रीइवैल्यूशन के जरिए जब उत्तर पुस्तिका देखी तो उसमें अंक जोड़ने पर पास था। लेकिन रिजल्ट में उसको फेल दिखाया गया है।
जो छात्र उत्तर पुस्तिका में अंक जोड़ने पर पास हो रहे हैं वह परीक्षा नियंत्रक की ई-मेल आईडी पर अपना नाम, पाठ्यक्रम, अनुक्रमांक लिखकर भेज सकते हैं। अपनी समस्या का भी जिक्र भी कर दें। जल्द से जल्द उनकी परेशानियों को दूर कर दिया जाएगा। - प्रो. राजीव कुमार (परीक्षा नियंत्रक)
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