कोरोना महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर केंद सरकार ने मंगलवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की...

लाइव हिन्दुस्तान टीम नई दिल्लीTue, 1 June 2021 08:15 PM
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कोरोना महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर केंद सरकार ने मंगलवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद लिया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह फैसला छात्रों के हितों को ध्यान में रखकर लिया गया है। केंद्र सरकार के इस फैसले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खुशी जताई है। उन्होंने कहा है कि खुशी हुई कि 12वीं की बोर्ड की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। यह बड़ी राहत की बात है।

I am glad 12th exams have been cancelled. All of us were very worried abt the health of our children. A big relief

आपको बता दें कि इससे पहले केजरीवाल सुबह ही केंद्र सरकार से अपील कर चुके थे। उन्होंने कहा था कि हमने केंद्र से एक बार फिर कोरोना महामारी के चलते 12वीं बोर्ड परीक्षा रद्द करने की अपील की है। उनके अनुसार अब बच्चों का रिजल्ट पिछली परफॉर्मेंस के आधार पर निकाला जाना चाहिए। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि12वीं की परीक्षा को लेकर बच्चे और पेरंट्स काफी चिंतित हैं। वे चाहते हैं कि बिना वैक्सिनेशन, 12वी की परीक्षा नहीं होनी चाहिए। मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि 12वीं की परीक्षा रद्द की जाए। पिछले परफॉर्मेंस के आधार पर उनका आकलन किया जाए।'

इससे पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने 12वीं की बोर्ड परीक्षा पर केंद्र सरकार द्वारा सुझाए दोनों विकल्पों को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था कि दोनों प्रस्ताव बच्चों को अतिरिक्त जोखिम में डालते हैं। केंद्र को भेझे सुझाव में उन्होंने कहा था कि अगर वैक्सीनेशन नहीं तो बोर्ड परीक्षा रद्द की जाए। उन्होंने केंद्र से अपील करते हुए कहा- दुनिया में 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए जो भी टीका मौजूद है, उसे भारत लाया जाए।

     प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक मोदी ने कहा, ''छात्रों का स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है और इससे किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता है।
     उन्होंने कहा कि परीक्षा को लेकर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों की उत्सुकता को समाप्त किया जाना चाहिए।
     प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे तनाव भरे माहौल में छात्रों को परीक्षा में शामिल होने को लेकर दबाव नहीं डाला जाना चाहिए।
    इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव, कैबिनेट सचिव और शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
     यह बैठक ऐसे समय में हुई जब कोविड पश्चात जटिलताओं के कारण केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को मंगलवार सुबह एम्स में भर्ती कराया गया ।
     इससे पहले, प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई एक बैठक के बाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कोरोना वायरस महामारी फैलने के कारण 14 अप्रैल को 10वीं बोर्ड परीक्षा रद्द करने और 12वीं बोर्ड परीक्षा स्थगित करने की घोषणा की गई थी । 
     शिक्षा मंत्रालय ने हाल में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में राज्यों एवं विभिन्न पक्षकारों के साथ व्यापक विचार विमर्श किया था। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, प्रकाश जावडेकर, स्मृति ईरानी आदि ने हिस्सा लिया था । 
   केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने विभिन्न राज्यों एवं अन्य पक्षकारों से परीक्षा को लेकर सुझाव मांगा था । 
    भाषा ब्रजेन्द्र ब्रजेन्द्र दिलीप
दिलीप
0106 1955 दिल्ली
नननन

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