SSC MTS Exam : यहां 14 नवंबर की तीनों शिफ्टों की परीक्षा रद्द, सेंटर से मिला था चौंकाने वाला सामान
- बिहार के पूर्णिया में स्थित एक एग्जाम सेंटर में धांधली उजागर होने के बाद कर्मचारी चयन आयोग ने यहां 14 नवंबर को आयोजित तीन शिफ्टों की एमटीएस हवलदार भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया गया है।
SSC MTS Exam: बिहार के पूर्णिया में स्थित एक एग्जाम सेंटर में धांधली उजागर होने के बाद कर्मचारी चयन आयोग ने यहां 14 नवंबर को आयोजित तीन शिफ्टों की एमटीएस हवलदार भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। जिन परीक्षार्थियों ने पूर्णिया के पूर्णिया डिजिटल सेंटर पर 14 नवंबर को एग्जाम दिया था, अब उनका 19 नवंबर को रीएग्जाम होगा। आयोग ने कहा है कि प्रभावित अभ्यर्थियों के ईमेल आईडी पर नए एडमिट कार्ड भेज दिए गए हैं। इसके अलावा वे www.ssc-cr.org पर जाकर नए एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। परीक्षार्थियों से कहा गया है कि वे नए एडमिट कार्ड के साथ उसमें दिए गए पते व तिथि पर पहुंचें।
पूर्णिया डिजिटल सेंटर पर 14 नवंबर को हुआ था बड़ी गड़बड़ी का भंडाफोड़
पूर्णिया पुलिस ने 14 नवंबर को एसएससी एमटीएस एग्जाम सेंटर पर बड़ी धांधली का पर्दाफाश किया था। मामले में अन्तर्जिला गिरोह के 35 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। एसपी कार्तिकेय के शर्मा ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि गिरफ्तार आरोपियो में सात कर्मचारी, 12 फर्जी परीक्षार्थी तथा बाकी वैसे परीक्षार्थी, जिनके बदले में परीक्षा दी जा रही थी शामिल हैं। मामले में केन्द्रीय चयन आयोग की उड़नदस्ता की टीम की भूमिका संदिग्ध है, जिसकी जांच की जा रही है।
पुलिस ने स्थल से 4.50 लाख कैश के साथ तीन लैपटॉप, एक प्रिंटर, 18 मोबाइल, दो बाइक, दो चार चक्का वाहन, एक वाईफाई, एक डीवीआर, एक यूपीएस, एक सीपीयू, एक मानिटर, 12 ब्लेक चेक, 22 एटीएम कार्ड, 52 आधार कार्ड, 40 ई- प्रवेश पत्र, सात मूल कागजात आदि बरामद किए हैं।
क्या है मामला
सदर थाना के हांसदा रोड में पूर्णिया डिजिटल एक्जामिनेशन सेन्टर के नाम के परीक्षा केन्द्र पर एमटीएस की परीक्षा संचालित हो रही है। पुलिस को परीक्षा में जबरदस्त सेटिंग की भनक लगी थी। सूचना के आलोक में पुलिस की टीम ने जब बताए सेन्टर पर छापामारी की तो वहां 12 फर्जी परीक्षार्थी पुलिस के हाथ लगे।
छानबीन के दौरान फर्जी छात्रों का बायोमेट्रिक हाजरी का मिलान नहीं हो पाया। निरीक्षण के दौरान बगल के बिल्डिंग में 12 मूल परीक्षार्थी तथा दो अन्य व्यक्ति मौजूद पाए गए। फर्जी केबल के जरिए परीक्षा नियंत्रण लैब में परीक्षा अवधि के दौरान इन और आऊट का उन छात्रों से फर्जी बायोमैट्रिक हाजरी बनाई जा रही थी। इसी बिल्डिंग में मूल परीक्षार्थी की एसएससी की कॉपी भरवायी जाती थी।
कटिहार का रोशन है सरगना
पुलिस जांच में यह बात प्रकाश में आयी है कि प्रत्येक छात्र से 10.50 लाख रूपये में डील पक्की हुई थी। स्थल से 4.50 लाख रूपये कैश बरामद हुए। पूरे सिंडिकेट में शेखपुरा कटिहार, पटना, वैशाली, नालंदा, बिहारशरीफ आदि जिले के माफिया शामिल हैं। इसमें पटना तथा कटिहार जिले के माफिया का मुख्य हाथ है। कटिहार जिले का रोशन इस रैकेट का मुख्य सरगना है। जिसकी तलाश की जा रही है। उल्लेखनीय है कि पुलिस इस खुलासे को बड़ी उपलब्धि मान रही है। अब आगे की कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है।
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