Hindi Newsकरियर न्यूज़RSMSSB Animal Attendant Exam : 40 percent candidates not appeared Rajasthan pashu parichar exam

RSMSSB : लाखों अभ्यर्थियों ने छोड़ी राजस्थान पशु परिचर भर्ती परीक्षा, बोर्ड बोला- ... बेहतर हो जाती ये 6 चीजें

  • Rajasthan RSMSSB Pashu Parichar Exam : आरएसएमएसएसबी की पशु परिचर भर्ती परीक्षा में करीब 40 फीसदी एग्जाम देने नहीं आए। इससे बोर्ड को भारी आर्थिक नुकसान हुआ।

Pankaj Vijay लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीWed, 4 Dec 2024 03:06 PM
share Share
Follow Us on

Rajasthan RSMSSB Pashu Parichar Exam : राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से आयोजित पशु परिचर भर्ती परीक्षा मंगलवार को संपन्न हो गई। प्रदेश स्तर पर 6 चरणों में कुल 7 लाख 11 हजार 331 अभ्यर्थी लाख अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। कुल पंजीकृत 17 लाख 63 हजार 897 अभ्यर्थियों में से 10 लाख 52 हजार 566 अभ्यर्थी ही उपस्थित रहे। 7 लाख 11 हजार 331 अभ्यर्थी एग्जाम देने के लिए नहीं पहुंचे। परीक्षा देने के लिए करीब 59.67 प्रतिशत अभ्यर्थी ही आए। इसके कारण से एक बार फिर से बोर्ड को करोड़ों रुपयों का नुकसान हुआ। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने इतनी कम उपस्थिति पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा, 'एक परीक्षा में सात लाख कैंडिडेट्स अब्सेंट, बहुत ही दुखद। ये आरोप प्रत्यारोप का विषय नहीं है बल्कि सोचने और मनन करने का गंभीर विषय है। बोर्ड ने पहले रीट (REET) में 25 जिलों में परीक्षा कराई थी और ज्यादातर हमारी परीक्षाएं 7 जिलों में ही होती रही हैं। पशु परिचर परीक्षा हमने 33 जिलों में कराई फिर भी उपस्थिति 60% ही रही। आप सबके दिए हुए कुछ सुझावों पर हम पहले से ही काम कर रहे हैं, और भी इंप्रूवमेंट करेंगे।

उन्होंने आगे कहा, 'मगर इसी परीक्षा में यदि जितने लोग आए उतने ही लोगों ने परीक्षा फॉर्म भरा होता तो क्या क्या बेहतर हो सकता था? 1. कम संख्या होने से हम और ज्यादा कैंडिडेट्स को उनके गृह जिलों में एडजस्ट कर पाते। 2. कम सेंटर यानी कम स्कूलों का परीक्षा के लिए बंद करना यानी बच्चों की पढ़ाई में कम हर्जाना होता। 3. कम टीचर्स की आवश्यकता और संसाधनों और लागत की बचत 4. जितना छोटा एग्जाम उतना अच्छा कंट्रोल, जितना बड़ा एग्जाम उतनी बड़ी पेपर लीक, नकल आदि की समस्या। जब सेंटर्स ज्यादा लेने पड़े तो कई प्राइवेट स्कूलों में भी सेंटर लेने पड़ जाते हैं, कम सेंटर हो तो बेस्ट सरकारी स्कूलों में परीक्षा कराई जा सकती है जो सेफ होती है। 5. बजाए छह पारी के कम पारियों में एग्जाम नॉर्मलाइजेशन में हेल्प करता है और स्कूलों में परीक्षाओं के दिन कम खराब होते हैं। 6. पेपर, फ्यूल और टाइम की बचत जो आज के युग में बहुत महत्वपूर्ण है। पांच सात परसेंट का किसी कारणवश अब्सेंट होना समझ में आता है मगर 40% का अब्सेंट होना बहुत निराशाजनक है जिससे वह सब नुकसान हुए जो मैंने यहां लिखे। हम हमारी कमियों को कम करने का प्रयास करेंगे। उम्मीद है युवा अपनी जिम्मेवारी समझते हुए ही आगामी परीक्षाओं में फॉर्म भरेंगे।'

उन्होंने कहा कि पशु परिचर परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन से होकर ही मार्क्स बताएंगे। कम से कम 40 फीसदी अंक लाना अनिवार्य होगा। इस भर्ती परीक्षा के जरिए 5934 पद भरे जाएंगे। वैकेंसी में गैर अनुसूचित क्षेत्र के 5281 तथा अनुसूचित क्षेत्र के 653 पद हैं।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें