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NEET PG : EWS छात्रों ने कैसे लिया करोड़ों की MD-MS सीटों पर दाखिला, सर्टिफिकेट पर उठे सवाल

  • NEET PG : 140 से अधिक ईडब्ल्यूएस वर्ग के छात्रों के करोड़ों की फीस वाली मेडिकल सीटों पर एडमिशन लेने से खलबली मच गई है। इनके सर्टिफिकेट की प्रमाणिकता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

Pankaj Vijay लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीFri, 29 Nov 2024 02:12 PM
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सरकारी भर्तियों और दाखिलों में ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट के दुरुपयोग का सिलसिला जारी है। ताजा मामला दक्षिण भारत का है जहां आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के 140 से अधिक छात्रों के करोड़ों की फीस वाली मेडिकल सीटों पर एडमिशन लेने से खलबली मच गई है। इन सभी छात्रों के पास ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट (8 लाख रुपये से कम वार्षिक पारिवारिक आय) है। इन एमबीबीएस पास छात्रों ने प्राइवेट मेडकिल कॉलेजों में मैनेजमेंट और एनआरआई कोटे से स्पेशलिटीज में पीजी सीटें चुनी हैं। इन सीटों ट्यूशन फीस 25 लाख रुपये से लेकर 90 लाख रुपये प्रति वर्ष तक है। इससे कई उम्मीदवारों के मन में सवाल उठने लगे हैं कि अगर ईडब्ल्यूएस छात्र तीन साल के मेडिकल पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स के लिए एक करोड़ से अधिक की फीस दे सकते हैं तो इन उम्मीदवारों ने ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट कैसे हासिल किया। मेडिकल कॉलेजों में पीजी सीटों के फर्स्ट राउंड अलॉटमेंट रिजल्ट की घोषणा 20 नवंबर को की गई थी।

फर्स्ट राउंड काउंसलिंग सीट अलॉटमेंट रिजल्ट में 24,600 से अधिक सीटें अलॉट की गईं हैं। इनमें से प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में मैनेजमेंट कोटे से 135 सीटें उन छात्रों को अलॉट हुई है जो कि ईडब्ल्यूएस के रूप में रजिस्टर्ड है। इसके अलावा 8 एनआरआई कोटे की सीटें भी ईडब्ल्यूएस उम्मीदवारों को अलॉट की गई हैं।

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक पुडुचेरी के श्री लक्ष्मी नारायण इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में मैनेजमेंट कोटे की एमएस ऑर्थोपेडिक्स की सीट एक ईडब्ल्यूएस उम्मीदवार को आवंटित की गई है। इस सीट की ट्यूशन फीस 1.6 करोड़ रुपये है। इसी तरह मैसूर के राजराजेश्वरी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एनआरआई कोटे से एक ईडब्ल्यूएस उम्मीदवार को एमडी रेडियोलॉजी की सीट मिली है। इस सीट की सालाना फीस 91 लाख रुपये है। इस कोर्स की कुल फीस 2.7 करोड़ रुपये से अधिक है।

नीट पीजी परीक्षा में शामिल होने वाले कई एमबीबीएस ग्रेजुएट्स ने दावा किया कि फर्जी ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र का उपयोग करने वाले उम्मीदवारों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। इन छात्रों ने सरकार से इस मामले में जांच की मांग की है।

नीट पीजी की तैयारी कर रहे एक अभ्यर्थी ने कहा, 'यह काफी चौंकाने वाली बात है कि ईडब्ल्यूएस उम्मीदवारों ने करोड़ों की फीस वाली सीटों पर दाखिला लिया है। यह काफी निराशाजनक है। सरकार को उनकी सीटें रद्द करनी चाहिए।'

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