Hindi Newsकरियर न्यूज़Mahatma Gandhi Books everyone should read in their life gandhi jayanti 2 october

Mahatma Gandhi's Books: महात्मा गांधी द्वारा लिखी, इन किताबों को जरूर पढ़िए

  • Books Written by Mahatma Gandhi: महात्मा गांधी ने अपने जीवन में बहुत सारी किताबें लिखी है। आइए आपको बताते हैं कि कौन-सी किताबें आपको अपने जीवन में एक बार जरूर पढ़नी चाहिए।

Prachi लाइव हिन्दुस्तानTue, 1 Oct 2024 04:07 PM
share Share

Mahatma Gandhi's Books: 2 अक्टूबर को हर साल हमारे देश में गांधी जयंती का राष्ट्रीय पर्व मनाया जाता है। इस दिन हमारे देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का जन्म हुआ था। गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर, 1869 में हुआ था। गांधी जी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी है। उन्होंने हमारे देश को अहिंसा के रास्ते पर चलकर अंग्रेजों से आजाद कराया था। महात्मा गांधी ने अपने जीवन में बहुत सारी किताबें लिखी है। आइए आपको बताते हैं कि कौन-सी किताबें आपको अपने जीवन में एक बार जरूर पढ़नी चाहिए।

  1. सत्य के प्रयोग- यह किताब हमारे राष्ट्रीय पिता महात्मा गाँधी की आत्मकथा है। यह किताब उन्होंने गुजराती में लिखी थी। इस किताब में उन्होंने अपनी बचपन की घटनाओं से लेकर अपने युवावस्था तक की कहानियों के बारे में बताया है। गांधी जी के अनुभव और जीवन को समझने के लिए यह किताब बहुत अच्छी है।

2. हिंद स्वराज- इस किताब में गांधी ने भारत के लिए स्वशासन की अवधारणा का पता लगाया है। उन्होंने अहिंसक प्रतिरोध और पश्चिमी औद्योगीकरण की अस्वीकृति की वकालत करते हुए एक विकेंद्रीकृत और आत्मनिर्भर भारतीय समाज के अपने दृष्टिकोण पर चर्चा की। गांधी पारंपरिक भारतीय मूल्यों के महत्व और अधिक स्थायी और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध जीवन शैली की आवश्यकता के लिए तर्क देते हैं।

3. दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह (Satyagraha in South Africa) - यह किताबदक्षिण अफ्रीका में अपने समय के दौरान गाँधी के अनुभवों और सक्रियता का विवरण प्रदान करती है, जहाँ उन्होंने सत्याग्रह की अपनी अवधारणा को विकसित और सत्याग्रह के प्रति अपनी समझ को विकसित किया था। उन्होंने भारतीय समुदाय द्वारा सामना किए जाने वाले संघर्षों और अन्याय और भेदभाव को दूर करने के लिए अपने अहिंसक दृष्टिकोण के विकास का वर्णन किया है।

4. गोखले: मेरे राजनीतिक गुरु- इस किताब को 1955 में प्रकाशित किया गया था। यह किताब गांधी जी के लेखों और गोपाल कृष्ण गोखले के विषय में उनके व्याख्यानों का संग्रह है। गाँधी गोखले को अपना मार्गदर्शक मानते थे और उन्हें राष्ट्र के प्रति एक अनुकरणीय सेवक के रूप में देखते थे। उन्होंने राजनीतिक क्षेत्र में अपने काम को आकार देने में गोखले की उपलब्धियों से प्रेरणा ली थी।

5. दि लॉ एंड लॉयर्स- यह किताब 1962 में प्रकाशित हुई थी। महात्मा गाँधी की यह किताब शिक्षा और नैतिकता पर प्रकाश डालती है, जिसमें गाँधी के साहित्यिक योगदान के एक पहलू को प्रदर्शित किया गया है। यह किताब एक सभ्य समाज के भीतर कानून के उद्देश्य पर गांधी के दृष्टिकोण को समाहित करती है। इसमें वकीलों और अदालत प्रणाली की उनकी आलोचना शामिल है, जिसमें गांधी ने तर्क दिया कि न्याय प्रणाली समृद्ध लोगों का पक्ष लेती है न कि कम विशेषाधिकार प्राप्त लोगों का।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें