JSSC CGL : जेएसएससी को दी गई ब्लैंक सीडी, पेनड्राईव में कुछ फटे कागजों के फोटो
- जेएसएससी सीजीएल -2023 को लेकर मिली शिकायतों की जांच की जा रही है। आयोग को जो सीडी सौपी गई है वह खाली है, पेन ड्राईव में रक्षित वीडियो में कुछ फटे कागज की फोटो एवं कुछ पेपर पर लिखे गए शब्द दिख रहे हैं, लेकिन परिवाद में प्रमाणिकता का जिक्र नहीं है।
राज्यपाल सचिवालय के निर्देश पर झारखंड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा (जेएसएससी-सीजीएल -2023) को लेकर मिली शिकायतों की जांच की जा रही है। आयोग के सचिव सुधीर कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय समित इस मामले की जांच कर रही है। इस मामले को लेकर आयोग को समर्पित शिकायत के साथ साक्ष्य के रूप में एक सीडी, एक पेन ड्राईव एवं 54 पेज का अभिलेख समर्पित किया गया है। लेकिन, आयोग को जो सीडी सौपी गई है वह खाली है, पेन ड्राईव में रक्षित वीडियो में कुछ फटे कागज की फोटो एवं कुछ पेपर पर लिखे गए शब्द दिख रहे हैं, लेकिन इसके संदर्भ, सत्यता एवं प्रामाणिकता के संबंध में आयोग को समर्पित शिकायत में कोई उल्लेख नहीं किया गया है।
यही नहीं, परिवाद की कंडिका 01 एवं 03 के संबंध में कोई साक्ष्य संलग्न नहीं किया गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि आयोग द्वारा बार-बार अनुरोध के बावजूद बतौर साक्ष्य दूसरी स्वच्छ सीडी शिकायतकर्ता के द्वारा जमा नहीं की जा रही है। जांच समिति के अध्यक्ष सह आयोग के सचिव सुधीर कुमार गुप्ता ने एक बार फिर सभी छह शिकायतकर्ता (कुणाल प्रताप सिंह, आशीष कुमार, प्रकाश कुमार, रामचंद्र मंडल, विनय कुमार एवं प्रेमलाल ठाकुर) को पत्र भेजकर शुक्रवार को दोपहर तीन बजे सीडी की स्वच्छ प्रति एवं साक्ष्यों की सत्यता एवं प्रामाणिकता संबंधी शपथ पत्र के साथ आयोग कार्यालय बुलाया है, ताकि जांच की कार्रवाई पूरी की जा सके।
30 सितंबर को आयोग कार्यालय में बुलाया था: बता दें कि उक्त मामले की जांच के लिए आयोग के सचिव सुधीर कुमार गुप्ता ने सभी शिकायतकर्ता को साक्ष्य के मूल स्रोत के साथ कई बिंदुओं पर स्पष्टता के लिए 30 सितंबर को आयोग कार्यालय में बुलाया था, ताकि शिकायत के बिंदुओं को स्पष्ट किया जा सके। लेकिन उस दिन भी शिकायतकर्ताओं के द्वारा साक्ष्यों को स्पष्ट नहीं किया गया, न ही सीडी की स्वच्छ प्रति ही उपलब्ध करायी गई।
इधर, परीक्षा रद्द करने की मांग को ले आंदोलन जारी
जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा रद्द करने व इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग को लेकर बापू वाटिका, मोरहाबादी में अभ्यर्थियों का अनिश्चितकालीन सत्याग्रह दूसरे दिन गुरुवार को भी जारी रहा। राजेश कुमार रंगीला, कहकशां कमाल, रवि कुमार, योगेश चंद्र भारती, शेख मोहसीन, चंदन कुमार, परवेज आलम व अन्य छात्र सत्याग्रह में शामिल हैं। जेएसएससी सीजीएल परीक्षा की निष्पक्ष जांच और आंदोलनरत छात्रों पर दर्ज एफआईआर वापस लेने की मांग करते हुए एबीवीपी रांची महानगर के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को अलबर्ट एक्का चौक पर राज्य सरकार का पुतला दहन किया। महानगर मंत्री ऋतुराज शाहदेव ने बताया अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने पूरे प्रदेश में सीजीएल पेपर लीक मामले को लेकर सरकार का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा कि इस परीक्षा के आयोजन में सरकार ने विभिन्न हथकंडे अपनाए। इंटरनेट जैसी मूल सुविधाओं को भी परीक्षा अवधि के दौरान बंद किया गया, बावजूद विद्यार्थियों का मानना है कि इस परीक्षा में भरी गड़बड़ी हुई है। कई परीक्षा केंद्रों से पेपर 1 की जगह पेपर 2 बांटने का भी विषय सामने आया। अभाविप झारखंड यह मांग करती है कि उक्त परीक्षा की निष्पक्ष जांच की जाए और विद्यार्थियों के हित में फैसला अविलंब लिया जाए। सह मंत्री दिशा दित्या ने कहा कि इसके पूर्व हुए सीजीएल परीक्षा में पेपर लीक का मामला प्रकाश में आया था, जिसके बाद सरकार द्वारा उक्त परीक्षा को रद्द कर दिया गया। छात्रों में भारी आक्रोश है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।