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JEE Main 2025 : जेईई मेन में हुए ये 3 बड़े बदलाव, जानें क्या है योग्यता का क्राइटेरिया

  • जेईई मेन 2025 में समान स्कोर वाले उम्मीदवारों को रैंक देते समय उम्मीदवारों की आयु और जेईई मेन आवेदन संख्या पर विचार नहीं किया जाएगा। इसके बजाय रैंकिंग केवल परीक्षा में छात्रों के प्रदर्शन पर आधारित होगी।

Pankaj Vijay लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 29 Oct 2024 12:21 PM
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JEE Main 2025: पहले चरण की जेईई मेन परीक्षा 2025 का आयोजन 22 जनवरी से 31 जनवरी तक होगा। आवेदन की प्रक्रिया सोमवार से jeemain.nta.nic.in पर शुरू हो गई है। पहले सत्र की जेईई मेन परीक्षा का रिजल्ट 12 फरवरी 2025 को जारी किया जाएगा। पहले सत्र की जेईई मेन परीक्षा के लिए आवेदन 22 नवंबर रात 9 बजे तक होगा। शुल्क का भुगतान 22 नवंबर रात 1150 बजे तक किया जा सकता है। दूसरे सत्र जेईई मेन की परीक्षा एक से आठ अप्रैल के बीच होगी। रिजल्ट 17 अप्रैल को जारी कर दिया जायेगा। अप्रैल सत्र के लिए आवेदन प्रक्रिया 31 जनवरी से 24 फरवरी 2025 तक है। यहां जानें जेईई मेन परीक्षा में क्या क्या बदलाव देखने को मिलेंगे -

1. परीक्षा केंद्रों की संख्या घटकर 284 हुई

आगामी सत्र के लिए जेईई मेन 2025 के लिए परीक्षा शहरों की संख्या 300 से घटाकर 284 कर दी गई है। ओडिशा में जहां पिछले साल 23 परीक्षा केंद्र थे, वहां इस बार 17 कर दिए गए हैं। वहीं इस बार इंटरनेशनल सेंटरों की संख्या भी कम कर दी गई है। भारत से बाहर अब 24 की जगह 14 एग्जाम सेंटर होंगे। श्रीलंका, कतर, यूएई (दुबई), ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, ब्राजील, कनाडा, हांगकांग, मॉरीशस, रूस, दक्षिण अफ्रीका, वियतनाम, थाइलैंड हटा दिए गए हैं।

2. समान अंक आने पर आयु व एप्लीकेशन नंबर नहीं देखे जाएंगे

समान स्कोर वाले उम्मीदवारों को रैंक देते समय अब ​​उम्मीदवारों की आयु और जेईई मेन आवेदन संख्या पर विचार नहीं किया जाएगा। इसके बजाय रैंकिंग केवल परीक्षा में छात्रों के प्रदर्शन पर आधारित होगी। यदि उम्मीदवारों के मार्क्स बराबर हैं तो जिसके मैथ्स में मार्क्स ज्यादा है, उसे मेरिट में ऊपर की रैंक दी जाएगी। अगर फिर भी टाइ ब्रेकिंग की समस्या हल नहीं होती है तो पहले फिजिक्स और फिर केमिस्ट्री के मार्क्स देखे जाएंगे। इसके सही व गलत उत्तरों का अनुपात देखा जाएगा। अगर फिर भी अंक समान रहते हैं तो तो उन्हें समान JEE Main रैंक दी जाएगी।

3. जेईई मेन एग्जाम पैटर्न में बदलाव

- जेईई मेन पेपर के सेक्शन बी में ऑप्शनल क्वेश्चन खत्म कर दिए हैं। अब 10 की बजाय सिर्फ 5 प्रश्न मिलेंगे। पांचों प्रश्नों को हल करना अनिवार्य होगा। एनटीए ने कोविड-19 महामारी के दौरान स्टूडेंट्स पर दबाव कम करने के लिए ऑप्शनल क्वेश्चन की शुरुआत की थी। यह सहूलियत 2021 से 2024 तक चली। अब इसे खत्म किया जा रहा है।

जेईई मेन में तीन पेपर होते हैं। इसमें फिजिक्स कैमिस्ट्री और मैथ्स होता है। तीन घंटे की परीक्षा में कुल 90 क्वेश्चन होते हैं। सभी के 30-30 सवाल होते हैं। पेपर ए में हर विषय में 20 मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन होते हैं, जबकि पेपर बी में 10 न्यूमेरिकल क्वेश्चन होते हैं। अब नए पैटर्न के तहत सेक्शन बी में 10 से घटकर 5 सवाल होंगे और सभी क्वेश्चन अनिवार्य होंगे।

क्या है योग्यता

- उम्मीदवारों ने फिजिक्स, गणित और केमिस्ट्री/बायो/टेक्निकल वोकेश्नल विषय के साथ कक्षा 12वीं या समकक्ष परीक्षा पास की हो।

- दाखिले के समय इंजीनियरिंग संस्थान आमतौर पर 75 फीसदी मार्क्स मांगते हैं।

कितने प्रयास दे सकते हैं

उम्मीदवार अधिकतम तीन साल तक लगातार जेईई मेन की परीक्षा दे सकते हैं। इसके अलावा जेईई मेन 2025 के लिए आवेदन करने की कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं है।

दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए नोटिस

एनटीए को दिव्यांग छात्रों की ओर से स्क्राइब और अतिरिक्त समय को लेकर कई क्वेरी मिली थी जिसके जवाब में एजेंसी ने अधिसूचना जारी की है। एनटीए ने नोटिस में कहा, 'वर्तमान में इस्तेमाल किए जा रहे शब्द एक्स्ट्रा टाइम या एडिश्नल टाइम शब्द को कम्पेनसेटरी टाइम में बदल दिया जाना चाहिए और यह उन छात्रों के लिए परीक्षा के प्रति घंटे 20 मिनट से कम नहीं होना चाहिए जिन्हें स्क्राइब/रीडर/लैब असिस्टेंट के उपयोग की अनुमति है। बेंचमार्क विकलांगता वाले सभी उम्मीदवार जो दिशा-निर्देश IV के अनुसार स्क्राइब की सुविधा का लाभ उठाने के लिए पात्र हैं, उन्हें तीन घंटे की परीक्षा के लिए न्यूनतम एक घंटे का अतिरिक्त समय दिया जा सकता है, चाहे वे स्क्राइब की सुविधा का उपयोग करें या नहीं।'

आपको बता दें कि जेईई मेन में दो पेपर होते हैं। पेपर-1 से बीई/बीटेक में दाखिला मिलता है। पेपर-1 एनआईटी, आईआईआईटी, सीएफटीआई में और अन्य भाग लेने वाली राज्य सरकारों द्वारा फंडेड/ मान्यता प्राप्त संस्थान / विश्वविद्यालय अंडरग्रेजुएट इंजीनियरिंग कोर्स (बीई/ बीटेक) में दाखिले के लिए आयोजित होता है। जेईई मेन की परीक्षा जेईई एडवांस्ड के लिए एक प्रात्रता परीक्षा भी है जो आईआईटी में दाखिले के लिए होती है। पेपर-2 देश में बीआर्क और बी प्लानिंग कोर्स में दाखिले के लिए आयोजित होता है।

जेईई मेन परीक्षाएं खत्म होने के बाद दोनों सत्रों के बेस्ट एनटीए स्कोर के आधार पर स्टूडेंट्स की रैंक जारी की जाएगी। जेईई मेन परिणाम में पहले 2,50,000 रैंक हासिल करने वाले उम्मीदवार जेईई एडवांस टेस्ट के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे। जेईई एडवांस के जरिए आईआईटी में दाखिला मिलता है।

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