JEE Main : जेईई मेन छात्रों को राहत, आधार और 10वीं मार्कशीट में नाम मैच होना जरूरी नहीं
- एनटीए ने इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन के उन अभ्यर्थियों को राहत दी है जिनके नाम आधार कार्ड और 10वीं की मार्कशीट-सर्टिफिकेट में मिस्मैच हो रहे हैं।
जेईई मेन 2025 की आवेदन प्रक्रिया के बीच एनटीए यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने अहम घोषणा की है। एनटीए ने इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा के उन अभ्यर्थियों को राहत दी है जिनके नाम आधार कार्ड और 10वीं की मार्कशीट-सर्टिफिकेट में मिस्मैच हो रहे हैं। आधार कार्ड और 10वीं की मार्कशीट-सर्टिफिकेट में नाम की स्पेलिंग अलग अलग होने के चलते इन स्टूडेंट्स का डेटा मेल नहीं खा रहा था और तकनीकी समस्या के चलते ये आवेदन नहीं कर पा रहे थे। स्टूडेंट्स ने एनटीए को ईमेल कर इसकी शिकायत की थी। अब एनटीए ने एडवाइजरी जारी कर कहा है कि आधार कार्ड और 10वीं की मार्कशीट-सर्टिफिकेट में स्टूडेंट्स का नाम का मिलान जरूरी नहीं है।
जेईई मेन आवेदन के दौरान अगर आधार कार्ड और 10वीं की मार्कशीट व सर्टिफिकेट में छात्र का नाम मिस्मैच होने पर पॉप अप मैसेज प्राप्त होता है जो कि आधार ऑथेंटिकेशन से जुड़ा है। छात्र सबसे पहले इस मैसेज को राइट साइड पर क्रॉस पर क्लिक कर क्लोज करें। इसे क्लोज करते नई विंडो खुलेगी। छात्र इस नई विंडो में आधार में दिए गए नाम को सेम टू सेम दर्ज करें। ऐसा करने पर छात्र का आधार कार्ड में अंकित नाम व 10वीं की मार्कशीट सर्टिफिकेट में दर्ज नाम दोनों ही एनटीए के डेटाबेस में आ जाएंगे। ऐसा करने के बाद स्टूडेंट अपना एप्लीकेशन फॉर्म पूरा कर पाएंगे।
स्टेप्स
1- अगर किसी अभ्यर्थी को आधार के अनुसार नाम की पुष्टि करें टैब का चयन करने के बाद आधार स्क्रीन पर 'आधार प्रमाणीकरण के दौरान मिस्मैच, नाम अपडेट करने के लिए आधार सेवा केंद्र पर जाएं।' मैसेज आए तो इस विंडो को क्लोज करें।
2- इसे क्लोज करते नई विंडो खुलेगी। छात्र इस नई विंडो में आधार में दिए गए नाम को सेम टू सेम दर्ज करें। ध्यान रखें कि नाम की स्पेलिंग बिल्कुल वही हो जो आधार कार्ड पर है।
3- इस प्रकिया के दौरान 10वीं के मार्कशीट सर्टिफिकेट और आधार कार्ड दोनों पर नाम कैप्चर किया जाएगा। ऐसा करने के बाद स्टूडेंट आगे बढ़ पाएंगे और अपना एप्लीकेशन फॉर्म पूरा कर पाएंगे।
NTA ने बदला टाई ब्रेकिंग नियम, आयु क्राइटेरिया हटा
एनटीए ने जेईई मेन परीक्षा के टाई ब्रेकिंग नियम को बदल दिया है। टाई ब्रेकिंग नियम से ही तय होता है कि समान अंक आने पर किस स्टूडेंट को मेरिट में ऊपर रखा जाएगा। जिन दो छात्रों का एनटीए स्कोर समान रहेगा तो टाई होने पर आल इंडिया रैंक देने के लिए उनका सब्जेक्ट वाइज एनटीए स्कोर देखा जाएगा। अब पहले की तरह टाई ब्रेक सुलझाने के लिए छात्रों की आयु और आवेदन संख्या को नहीं देखा जाएगा। बराबर मार्क्स आने पर रैंक तय करने के लिए सबसे पहले गणित का एनटीए स्कोर देखा जाएगा, इसमें टाई लगने पर फिजिक्स का एनटीए स्कोर और इसके बाद भी टाई होने पर केमिस्ट्री का एनटीए स्कोर देखा जाएगा। इनमें भी टाई होने पर गणित के कम ऋणात्मक (नेगेटिव) स्कोर, उसके बाद फिजिक्स के कम ऋणात्मक स्कोर उसके बाद केमिस्ट्री के कम ऋणात्मक स्कोर को लिया जाएगा और यदि उपरोक्त सभी पैरामीटर में भी टाई लगता है तो उन छात्रों को समान ऑल इंडिया रैंक एवं कैटेगिरी रैंक दे दी जाएगी। ऐसे में कई छात्र ऐसे होंगे जिनका 300 में से 300 स्कोर आया, तो इन सभी की एआईआर-1 दे दी जाएगी, जो पूर्व में वर्ष 2021 में भी हो चुका है। गत वर्ष तक उपरोक्त पैरामीटर में टाई होने पर जिसकी उम्र ज्यादा होती थी उसे एआईआर में प्राथमिकता दी जाती थी। आयु में भी टाई होने पर जेईई-मेन के एप्लीकेशन नंबर को लिया जाता था।
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