JEE 2025: जेईई मेन्स 2025 एग्जाम से पहले जान लें क्या हैं नए 'टाई-ब्रेकिंग' नियम
- JEE 2025: जेईई 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और इस बार जेईई परीक्षा में कई नए बदलाव किए गए हैं और इस बार रैंकिंग नया टाई ब्रेकिंग नियम को उपयोग किया जाएगा।
JEE Main 2025: जेईई 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और इस बार जेईई परीक्षा में कई नए बदलाव किए गए हैं और इस बार रैंकिंग नया टाई ब्रेकिंग नियम को उपयोग किया जाएगा।
जारी किए गए दिशा-निर्देश के अनुसार, अब उम्मीदवारों को उनकी रैंक देते समय, उनकी आयु पर विचार नहीं किया जाएगा। अब से रैंकिंग देते समय जेईई परीक्षा में छात्रों की परफॉर्मेंस को ध्यान में रखा जाएगा और उनकी परफॉर्मेंस के आधार पर रैंकिंग दी जाएगी।
यदि दो छात्रों का प्रदर्शन एक समान है तो उन्हें जेईई मेन्स परीक्षा में समान रैंकिंग दी जाएगी। जिन दो छात्रों के अंक एक जैसे होंगे, उस स्थिति में गणित विषय में ज्यादा अंक प्राप्त करने वाले छात्र को उच्च रैंक दी जाएगी। यदि मान लीजिए, गणित विषय में दोनों छात्रों के अंक एक समान है तो फिर फिजिक्स के अंकों को देखा जाएगा और यदि फिजिक्स विषय में भी दोनों छात्रों के अंक एक समान है तो फिर कैमिस्ट्री के अंकों की तुलना की जाएगी।
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यदि सभी विषयों में दोनों छात्रों के अंक एक समान है तो जेईई परीक्षा में सभी विषयों में सही उत्तरों के लिए किए गए गलत उत्तरों के प्रयास का अनुपात कम होगा। सबसे पहले गणित में सही उत्तरों के लिए किए गए गलत उत्तरों के प्रयास का अनुपात कम होगा और इसके बाद फिजिक्स और कैमिस्ट्री का सही उत्तरों के लिए किए गए गलत उत्तरों के प्रयास का अनुपात कम होगा।
यदि इसके बाद भी छात्रों के अंकों में एक समानता बनी रही तो छात्रों को एक समान रैंक दी जाएगी।
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