Hindi Newsकरियर न्यूज़IIT Bombay : IIT B class pledges 21 crore aims for world top 50 university batch wise donations

IIT : 25 साल पहले पासआउट क्लास ने IIT बॉम्बे को दिए 21 करोड़ रुपये, देखें किस बैच ने कितना दिया दान

  • आईआईटी बॉम्बे से करीब 25 साल पहले पासआउट हुई क्लास अपने संस्थान को 21 करोड़ रुपये देगी। 1999 की क्लास के छात्रों ने इंस्टीट्यूट के लेगेसी प्रोजेक्ट के लिए 21.2 करोड़ रुपये देने का संकल्प लिया है।

Pankaj Vijay लाइव हिन्दुस्तानMon, 30 Dec 2024 12:17 PM
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आईआईटी बॉम्बे से करीब 25 साल पहले पासआउट हुई क्लास अपने संस्थान को 21 करोड़ रुपये देगी। देश के प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थान की वर्ष 1999 की क्लास के छात्रों ने इंस्टीट्यूट के लेगेसी प्रोजेक्ट के लिए 21.2 करोड़ रुपये देने का संकल्प लिया है। इस प्रोजेक्ट के तहत वर्ष 2030 तक आईआईटी बॉम्बे को विश्व के सर्वश्रेष्ठ 50 विश्वविद्यालयों में लाने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही वैश्विक मंच पर उत्कृष्टता की विरासत को बढ़ावा मिलेगा। एक अनूठी पहल के तहत बैच ने फैसला किया है कि उनके द्वारा दी गई धनराशि नए छात्रावासों के निर्माण कार्यों में लगेगी। छात्रावास के 10 कमरों का नाम 1999 बैच के उन विद्यार्थियों के नाम पर होगा जो अब इस दुनिया में नहीं रहे। रविवार को कैंपस में वार्षिक पूर्व छात्र मिलन समारोह के दौरान यह घोषणा की गई।

अन्य प्रोजेक्ट्स के अलावा 1999 बैच की ओर से जुटाए गए फंड का इस्तेमाल एडवांस एजुकेशन और रिसर्च के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए थेमेटिक लैब्स और इंटरडिसिप्लिनेरी सुविधाओं के निर्माण करने का भी प्रस्ताव था, उदाहरण के लिए सेमीकंडक्टर रिसर्च या बायोइंजीनियरिंग के लिए एक केंद्र।

बैच ने छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य संसाधन और सेवाएं देने एवं प्रोजेक्ट एवरग्रीन के लिए आवंटन की भी योजना बनाई। एवरग्रीन प्रोजेक्ट में पूर्व छात्र छात्रावास बना रहे हैं। इस कार्यक्रम के दौरान गो-आईआईटी बॉम्बे का चौथा संस्करण भी लॉन्च किया गया। गो-आईआईटी के तहत पूर्व छात्रों द्वारा संस्थान के लिए धन जुटाया जाता है।

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टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक आईआईटी बॉम्बे के निदेशक शिरीष केदारे ने कहा कि पूर्व छात्र संस्थान के लिए एक बड़ी संपत्ति हैं। पूर्व छात्र न केवल संसाधन उपलब्ध करा रहे हैं बल्कि विशेषज्ञता और इंडस्ट्री से संपर्कों को भी बढ़ावा दे रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में लेगेसी प्रोजेक्ट की मदद से संस्थान काफी धन जुटाने में सफल रहा है। 1998 के बैच ने 57 करोड़ रुपये देने का वादा किया था। लेगेसी प्रोजेक्ट के तहत दी गई यह अब तक की सबसे बड़ी धनराशि है।

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लेगेसी प्रोजेक्ट के लिए किस बैच ने कितने रुपये दिए दान

2024 में 1999 बैच ने 21.2 करोड़ दिए

2023 में 1998 बैच ने 57 करोड़ दिए

2022 में 1997 बैच ने 25 करोड़ दिए

2021 में 1996 बैच ने 17 करोड़ दिए

2020 में 1995 बैच ने 20.3 करोड़ दिए

रविवार को कार्यक्रम के दौरान 2024 के शीर्ष दानदाताओं को सम्मानित करने के लिए डोनर वॉल का अनावरण भी किया गया। केदारे ने कहा कि इन दानदाताओं के योगदान से उत्कृष्टता केंद्रों और चेयर प्रोफेसरशिप की स्थापना में मदद मिली और साथ ही कैंपस में बुनियादी सुविधाओं को बढ़ाने में भी मदद मिली। कार्यक्रम के दौरान संस्थान ने 1963 की बैच क्लास को भी सम्मानित किया जो संस्थान से स्नातक होने वाला दूसरा बैच था। कार्यक्रम की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ हुई।

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