Hindi Newsकरियर न्यूज़If you want to do MSc from IIT, then give IIT JAM, how to become a commercial pilot

आईआईटी से एमएससी करना चाहते हैं, तो दें आईआईटी JAM, कमर्शियल पायलट कैसे बनें, जानें करियर काउंसलर से

  • बीएससी के बाद भी आपका आईआईटी से एमएससी करने का सपना साकार हो सकता है, यदि आपका बेसिक गणित, रीजनिंग और अंग्रेजी ठीक हो और आपने न्यूनतम 50 अंकों के साथ बीएससी की डिग्री हासिल की है।

Anuradha Pandey लाइव हिन्दुस्तान, करियर काउंसलर आशीष आदर्शThu, 16 Jan 2025 09:00 AM
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बीएससी के बाद भी आपका आईआईटी से एमएससी करने का सपना साकार हो सकता है, यदि आपका बेसिक गणित, रीजनिंग और अंग्रेजी ठीक हो और आपने न्यूनतम 50 अंकों के साथ बीएससी की डिग्री हासिल की है। इसके लिए आपको जॉइंट एडमिशन टेस्ट फॉर मास्टर्स यानी जैम प्रवेश जांच परीक्षा में अच्छी रैंक हासिल करनी होगी। जैम परीक्षा को संचालित करने का दायित्व किसी एक खास आईआईटी संस्थान को दिया जाता है। इस वर्ष आईआईटी रुड़की इसका संचालन करेगा। अतिरिक्त जानकारी के तौर पर बताते चलें कि जिन विभिन्न विषयों में पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम संचालित हैं, उनमें फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथमेटिक्स एंड कंप्यूटिंग, बायोटेक्नोलॉजी, स्टैटिस्टिक्स, एस्ट्रोनॉमी इत्यादि शामिल हैं। एक अन्य विकल्प के तौर पर यदि आप बीएससी के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन करके रिसर्च में जाना चाहते हैं, तो एमएससी-पीएचडी डुअल डिग्री प्रोग्राम आपको करियर के अनगिनत अवसर उपलब्ध करा सकता है, हांलाकि इसमें सीटों की संख्या बेहद कम है। इससे संबंधित सभी जानकारियों के लिए जैम की वेबसाइट jam2025.iitd.ac.in पर नजर रखनी होगी।

पीसीएम की छात्रा हूं और आगे कमर्शियल पायलट के रूप में करियर कैसे बनाएं

इसके लिए चार बातों का ध्यान रखना जरूरी है। पहला, आपका 10+2 पीसीएम विषयों के साथ पूरा होना चाहिए। दूसरा, इस क्षेत्र में प्रवेश के लिए आप शारीरिक रूप से बिल्कुल स्वस्थ हों और अच्छी अंग्रेजी लिख, पढ़ और बोल सकती हों। तीसरा, देश में कमर्शियल पायलट के प्रशिक्षण के अनुमोदन व संचालन का अधिकार भारत सरकार के सिविल एविएशन मंत्रालय के अंतर्गत स्थापित निदेशालय को है, अत आपको उक्त मंत्रालय से मान्यता प्राप्त संस्थान को ही प्रशिक्षण के लिए चुनना चाहिए। चौथा, यह एक खर्चीला पाठ्यक्रम है। कमर्शियल पायलट बनने के कुल तीन चरण होते हैं -एसपीएल यानी स्टूडेंट पायलट लाइसेंस, पीपीएल यानी प्राइवेट पायलट लाइसेंस और सीपीएल यानी कमर्शियल पायलट लाइसेंस। एसपीएल के लिए आपको विस्तृत मेडिकल टेस्ट और साक्षात्कार से गुजरना होगा। इसके बाद पीपीएल के लिए 40 से 50 घंटे तक की उड़ान आवश्यक है। सबसे महत्वपूर्ण चरण सीपीएल है, जिसके लिए न्यूनतम 200 घंटे की सफल उड़ान पूरी करनी होती है। सीपीएल तक का प्रशिक्षण पूरा करने में आपको 250 घंटे की उड़ान पूरी करनी होती है और प्रति घंटे उड़ान का शुल्क रुपये 18,000 तक हो सकता है। मान्यता प्राप्त ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट की जानकारी के लिए डीजीसीए की वेबसाइट dgca.gov.in देखें।

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