यूजीसी की गाइडलाइन के बाद भी सुस्त है पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय प्रशासन, कैलेंडर अभी जारी नहीं
पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय का सत्र एक साल विलंब हो गया। नए विवि का एकेडमिक कैलेंडर पटरी से उतर चुका है। इसे सही करने के लिए अभी तक कोई सार्थक पहल नहीं की गई है। अभी तक कोई एकेडमिक कैलेंडर तैयार नहीं...
पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय का सत्र एक साल विलंब हो गया। नए विवि का एकेडमिक कैलेंडर पटरी से उतर चुका है। इसे सही करने के लिए अभी तक कोई सार्थक पहल नहीं की गई है। अभी तक कोई एकेडमिक कैलेंडर तैयार नहीं किया गया है। कोविड 19 के कारण एकेडमिक गतिविधियों में आई अस्थिरता के कारण कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में सबकुछ ठप हो गया। ऑनलाइन की पढ़ाई भी सार्थक होती नहीं दिख रही है। दस प्रतिशत छात्र भी इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। स्टडी मैटेरियल भी छात्रों को उपलब्ध नहीं करायी जा रही है। वहीं पीपीयू की बात करें तो एकेडमिक कैलेंडर पहले से बिगड़ा हुआ है। आगे की योजनाओं पर काम रुक गया है।
पीपीयू में कई परीक्षाएं हैं लंबित
पाटलिपुत्र विवि में वर्तमान सत्र में कोई परीक्षा नहीं ली गई है। पीजी स्तर के पिछले सत्र की परीक्षाएं भी शेष हैं जबकि यूजीसी ने सत्र 2019-20 की परीक्षाओं के लिए 01 जुलाई से 31 जुलाई तक का वक्त निर्धारित किया है। इसलिए सभी विश्वविद्यालयों को यूजीसी का गाइडलाइन्स मानने के लिए सबसे पहले 01 जुलाई से पहले सत्र 2019-20 के पहले की परीक्षाओं को समाप्त करना होगा, लेकिन पाटलिपुत्र विवि प्रशासन अभी तक कोई दिशानिर्देश जारी नहीं कर सका है, जिससे छात्रों में निराशा है। यहां पीजी दो सेमेस्टर की परीक्षा नहीं हुई है। इसके अलावा स्नातक की परीक्षा नहीं हुई। इधर पीपीयू के सीनेट सदस्य राधेश्याम ने कहा कि परीक्षा कैलेंडर फेल हो चुका है। विवि की लापरवाही की वजह से छात्रों का भविष्य संकटमय हो गया है। अगर अभी कुछ नहीं किया गया तो राजभवन को जल्द पत्र लिखकर पूरे मामले की जानकारी दी जाएगी। छात्रों के कॅरियर के साथ खिलवाड़ बन्द होना चाहिए।
अनदेखी
- यूजीसी की गाइडलाइन के बाद भी सुस्त है विश्वविद्यालय प्रशासन
- छात्रों को काफी होगी समस्या, दूसरे विवि में दाखिला संभव नहीं
यूजीसी ने जारी किया कैलेंडर
इस बीच यूजीसी ने तमाम विश्वविद्यालयों को एकेडमिक कैलेंडर आगे बढ़ाने के लिए गाइडलाइन्स भेजा है। इसे सार्वजनिक भी कर दिया है लेकिन पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय प्रशासन अभी तक कोई निर्णय नहीं ले सका है। यूजीसी की गाइडलाइन्स 29 अप्रैल को जारी की गई थी। दूसरी ओर पटना विवि प्रशासन ने यूजीसी द्वारा गाइडलाइन्स जारी होने के पहले ही तैयारी शुरू कर दी थी। 30 अप्रैल से नए सत्र के लिए आवेदन प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई। जबकि पाटलिपुत्र विवि में न वर्तमान सत्र की योजनाओं का पता है न अगले सत्र का ठिकाना।
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