डॉक्टरों की भर्ती के लिए माह में 2 बार होंगे इंटरव्यू, यूपी की तर्ज पर सैलरी बढ़ाने की तैयारी
- उत्तराखंड के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए महीने में दो बार साक्षात्कार किए जाएंगे। 100 पदों के लिए भर्ती में महज आठ से दस डॉक्टर ही इंटरव्यू के लिए आ रहे हैं
उत्तराखंड के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टरों की कमी पूरी करने के लिए नई व्यवस्था कर दी गई है। अब यहां पर संविदा फैकल्टी (असिस्टेंट, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर) के पदों पर भर्ती को महीने में दो बार साक्षात्कार किए जाएंगे। राज्य के मेडिकल कॉलेजों में फैकल्टी की कमी से एनएमसी से यूजी एवं पीजी की मान्यता, मेडिकल छात्रों की पढ़ाई एवं मरीजों के इलाज में दिक्कतें उठानी पड़ रही है। अभी तक कॉलेजों में हर माह इंटरव्यू आयोजित किए जा रहे थे, लेकिन सौ पदों के लिए भर्ती में महज आठ से दस डॉक्टर ही इंटरव्यू के लिए आ रहे हैं। इसके पीछे निजी मेडिकल कॉलेजों एवं अस्पतालों की तुलना में दो से तीन गुना वेतन कम होना है।
दून में 23 को 96 पदों पर साक्षात्कार स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देश पर निदेशक डॉ. आशुतोष सयाना ने सभी मेडिकल कॉलेजों को आदेश जारी किए हैं। दून मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. गीता जैन ने बताया कि 23 नवंबर को 96 पदों पर इंटरव्यू रखे गए हैं। इनमें 11 प्रोफेसर, 39 एसोसिएट प्रोफेसर एवं 46 असिस्टेंट प्रोफेसर शामिल हैं। महीने में दो बार इंटरव्यू का शेड्यूल बना रहे हैं।
वेतन ढांचा प्रतिमाह
- प्रोफेसर 1.43 लाख रुपये
- एसो. प्रोफेसर 1.23 लाख
- असिस्टेंट प्रोफेसर 95 हजार
यूपी की तर्ज पर वेतन बढ़ाने की तैयारी
मेडिकल कॉलेजों में संविदा डॉक्टरों का वेतन यूपी की तर्ज पर बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। इस संबंध में कॉलेजों के प्राचार्य की बैठक लेकर मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने इसके लिए विस्तृत प्रस्ताव मांगा है। पिछले दिनों सुपर स्पेशलिस्ट एवं रेडियोलॉजिस्ट के वेतन में बढ़ोतरी होने से कई डॉक्टर मिले हैं।
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