Hindi Newsकरियर न्यूज़CBSE: Classes in CBSE schools will now be called learning events these changes will happen

CBSE : सीबीएसई स्कूलों में अब क्लास को कहा जाएगा लर्निंग इवेंट, होंगे ये बदलाव

  • सीबीएसई स्कूलों में अब कक्षा नहीं, लर्निंग इवेंट होगा। टीचर लेसन बनाएंगे जिसमें विस्तार से बताना होगा कि क्या और कैसे पढ़ाएंगे।

Pankaj Vijay लाइव हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाताSat, 7 Dec 2024 11:20 AM
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सीबीएसई स्कूलों में अब कक्षा नहीं, लर्निंग इवेंट होगा। बोर्ड ने स्कूलों में कक्षा के नाम बदल किया है। इसके तहत अब शिक्षक अपनी हर कक्षा का एक सप्ताह पहले लेसन प्लान बनाएंगे। सीबीएसई स्कूल के सभी शिक्षकों को लेसन प्लान में यह भी विस्तार से बताना होगा कि क्या और कैसे पढ़ाएंगे। यही नहीं, अब हर बच्चे की रुचि जान शिक्षक उसे किसी न किसी एक विधा से जोड़ेंगे। स्कूलों में 40 मिनट की कक्षा में लगभग 50 फीसदी बच्चे पढ़ाई गई चीजें नहीं समझ पाते हैं। सीबीएसई के सर्वे में सामने आई इन बातों के आधार पर बदलाव की पहल की गई है। नई शिक्षा नीति के चीजों को ध्यान में रखकर ये बदलाव किए जा रहे हैं। इसको लेकर पिछले हफ्ते सीबीएसई के अधिकारियों ने जिले में 75 से अधिक स्कूल के प्राचार्य और निदेशकों को ट्रेनिंग दी थी कि इसमें क्या-क्या लागू करना है।

किस पाठ को कैसे पढ़ा रहे शिक्षक, यह रहेगा रिकार्ड में

शिक्षकों को ट्रेनिंग देने वाले सीबीएसई काउसंलर एक्सपर्ट डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया कि बोर्ड ने यह जरूरत महसूस की है कि पढ़ाने के तरीके में बदलाव किया जाए। इसका पहला चरण है कि शिक्षक कैसे पढ़ा रहे हैं, इसकी पहले से ही वे तैयारी करें। इसके लिए वे अपने लेसन प्लान में लिखेंगे कि किस पाठ या किस टॉपिक को कैसे पढ़ाएंगे। ये पूरी चीजें रिकार्ड में रहेंगी। इससे यह भी पता चलेगा कि शिक्षक पढ़ाने में क्या नवाचार कर रहे हैं और उनके पढ़ाने के तरीके से बच्चों को क्या फायदा हो रहा है।

नवाचार में मदद

- शिक्षक क्या नवाचार कर रहे हैं और पढ़ाने के तरीके से क्या फायदा हो रहा, मिलेगी जानकारी

- लेसन प्लान में विस्तार से बताना होगा कि क्या और कैसे पढ़ाएंगे

- हर बच्चे की रुचि को जान उसे जोड़ेंगे किसी न किसी एक विधा से

- सीबीएसई के सर्वे में सामने आई इन बातों के आधार पर बदलाव की पहल

बच्चे कितने हुए निपुण, यह भी रहेगा ब्योरा

डॉ. कुमार ने बताया कि अब तक कागज पर ही कौशल से जोड़ने की बात हो रही थी। लेकिन, अब स्कूलों को हर महीने यह बताना होगा कि संबंधित बच्चे को किस विधा या कौशल से जोड़ा गया और हर अगले महीने उनकी प्रगति रिकार्ड भी देनी होगी। यह जिम्मा कक्षा शिक्षक के साथ ही प्राचार्य का भी होगा। इसलिए कक्षा की जगह अब इसका नाम लर्निंग इवेंट रखा गया है। इससे बच्चे कितने निपुण हुए इसका भी ब्योरा उपलब्ध रहेगा।

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