Hindi Newsकरियर न्यूज़Career in Banking and Finance : do DBF course Diploma in Banking and Finance organised by IIBF

Career in Banking : बैंकिंग सेक्टर में करियर बनाने के लिए करें डीबीएफ कोर्स, मिलेगा फायदा

  • भारतीय बैंकों के लिए एक प्रोफेशनल संस्था है, जिसे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस यानी आईआईबीएफ के नाम से जाना जाता है। इसका कोर्स करने से आपको फायदा होगा।

Pankaj Vijay लाइव हिन्दुस्तानThu, 2 Jan 2025 10:23 AM
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बैंकिंग सेक्टर में करियर बनाने के लिए क्या कोर्स करना लाभदायक रहता है? स्कूल के बाद से किस तरह से तैयारी करनी चाहिए? करियर काउंसलर आशीष आदर्श ने बताया कि बैंकिंग के सेक्टर में प्रवेश करने के कई रास्ते हैं। जैसे, ग्रेजुएशन के बाद बैंक क्लर्क या प्रोबेशनरी ऑफिसर की परीक्षा की तैयारी करना या प्राइवेट बैंकों में मार्केटिंग डिपार्टमेंट में इंटरव्यू के माध्यम से सीधा प्रवेश करना इत्यादि। परंतु इन सबके अतिरिक्त, एक ऐसा रास्ता भी है, जो आपको बैंकिंग सेक्टर में प्रवेश का मार्ग आसान कर सकता है। भारतीय बैंकों के लिए एक प्रोफेशनल संस्था है, जिसे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस यानी आईआईबीएफ के नाम से जाना जाता है। यह संस्था बैंकिंग सेक्टर में काम कर रहे प्रोफेशनल लोगों के स्किल डेवलपमेंट पर काम करती है। बारहवीं उत्तीर्ण हैं और बैंकिंग सेक्टर का सपना देखते हैं, तो आईआईबीएफ द्वारा आयोजित डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेंस (डीबीएफ) परीक्षा की तैयारी कर उसे उत्तीर्ण कर लें। इसके बाद जब आप अपना रेज्यूमे किसी भी बैंक में दें, उसमें प्रमुखता से अपने डीबीएफ परीक्षा के स्कोर का जिक्र करें। इससे बैंक अपने यहां नौकरी में आपको प्राथमिकता देगा। यह परीक्षा इस कारण भी महत्वपूर्ण है कि इसी परीक्षा को जैब यानी जूनियर एसोसिएट ऑफ द इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकर्स के नाम से बैंक में काम कर रहे लोगों के लिए आयोजित किया जाता है और जो बैंकर इसे उत्तीर्ण करता है, उसे एक इन्क्रीमेंट मिलता है। डीबीएफ और जैब का सिलेबस एक ही है। वेबसाइट iibf.org.in को खंगालें।

प्रश्न- मैंने बैचलर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन पूरा किया है। क्या एमसीए के बाद स्कूल में कंप्यूटर टीचर बना जा सकता है?-सतीश ओझा

करियर काउंसलर का उत्तर - बीसीए के बाद स्कूल में कंप्यूटर टीचर बनने के दो रास्ते हैं – पहला, बीसीए के बाद मास्टर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन (एमसीए) और दूसरा, बीसीए के बाद बीएड में दाखिला लें और उसके बाद सीटीईटी यानी सेंट्रल टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट उत्तीर्ण करें। कई राज्य सरकारें अपने सरकारी स्कूलों में वैसे उम्मीदवारों की कंप्यूटर शिक्षकों के तौर पर सीधी नियुक्ति करती है, जिन्होंने ऑल इंडिया काउन्सिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन से मान्यता प्राप्त किसी संस्थान से 2 वर्षीय एमसीए किया है। आप बीसीए के बाद एमसीए कर सकते हैं। मान्यता प्राप्त संस्थानों की सूची एआईटीटीई की वेबसाइट पर उपलब्ध है।

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